Rajasthan News: 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को तीर्थ यात्रा का अवसर: 18 जुलाई से करें आवेदन
राजस्थान सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन शुक्रवार से शुरू होंगे। देवस्थान विभाग इस योजना के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगा। इसके लिए राजस्थान के मूल निवासी होना जरूरी है। साथ ही वे इनकम टैक्स नहीं भरते हों। आवेदन की आखिरी तारीख 10 अगस्त 2025 है।

राजस्थान सरकार की वरिष्ठ तीर्थ यात्रा योजना-2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 18 जुलाई से शुरू होगी. देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि तीर्थ यात्रा योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया 18 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त-2025 तक चलेगी। योजना में आवेदन के लिए सबसे जरूरी है कि आवेदक का मूल निवासी हो और 60 वर्ष से अधिक की आयु हो। इसके अलावा इस योजना के लिए शर्त है कि आवेदक आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
जिला स्तर पर कमेटी करेगी चयन
मंत्री जोगाराम कुमावत ने बताया कि बजट घोषणा-2025-26 के अनुसार, इस बार एसी ट्रेन से 50 हजार और हवाई यात्रा के जरिए 6 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। तीर्थ यात्रा के लिए शुक्रवार यानी 18 जुलाई से ऑनलाइन आवेदन शुरू होगा। आवेदन के बाद जिला स्तर पर कमेटी पात्र लोगों का चयन करेगी।
ट्रेन के हर कोच में दिखेगी राजस्थान की झलक इस बार यात्रा के लिए ट्रेन के 11 डिब्बों (कोच) को राजस्थानी संस्कृति की थीम पर विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। ट्रेन ढेहर के बालाजी स्टेशन से रवाना होगी।
इसके कोच पर राजस्थानी लोकनृत्य, लोक कलाएं, त्योहारों की झलक, मंदिर, दुर्ग, वन्यजीव अभयारण्य और प्रमुख पर्यटन स्थलों की पेंटिंग्स दिखाई देंगी। हर कोच में अलग थीम रखी गई है। इससे यात्रा के दौरान ही राजस्थान की विविध संस्कृति का अनुभव हो सकेगा।
ऐसे कर सकेंगे आवेदन इच्छुक लोग देवस्थान विभाग की वेबसाइट https://devasthan.rajasthan.gov.in या सीधे edevasthan.rajasthan.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। वेबसाइट पर यात्रा से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश भी उपलब्ध हैं।
तीर्थ यात्रा के लिए ट्रेन को किया खास डिजाइन
ढेर के बालाजी स्टेशन पर ट्रेन को खासतौर पर इस तीर्थ यात्रा के लिए डिजाइन किया है। विशेषतौर पर सभी 11 डिब्बों पर राजस्थानी लोक नृत्य, लोक कलाएं, तीज त्योहार की झलक नजर आएगी। अलग-अलग थीम के साथ डिजाइन तैयार करवाई गई है। हर डिब्बे पर राजस्थान के अलग-अलग मंदिर, दुर्ग, अन्य पर्यटक स्थल व अभयारण्य नजर आ रहे हैं। इस बार वरिष्ठ नागरिकों को वाघा बॉर्डर का भी भ्रमण कराया जाएगा।