Jammu Kashmir Tourism:जम्मू-कश्मीर को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा: शेखावत और उमर अब्दुल्ला का साझा प्रयास
श्रीनगर जम्मू एवं कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर एक विशिष्ट स्थान दिलाने की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करेंगी।

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक साझा मंच से इस बात पर जोर दिया कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री शेखावत के सम्मान में बुधवार को मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने एक विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया। इस मौके पर दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण माहौल में व्यापक चर्चा हुई। बातचीत के दौरान पर्यटन को रोजगार सृजन, समावेशी विकास और स्थानीय समुदायों की आजीविका से जोड़ने पर विशेष जोर दिया गया।
केंद्र की प्रतिबद्धता और राज्य का स्वागत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विविधता, प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास लगातार जारी रहेंगे।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया और कहा कि पर्यटन क्षेत्र रोजगार और समावेशी विकास का प्रमुख इंजन बन सकता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की साझेदारी राज्य के विकास में नए अवसरों के द्वार खोलेगी।
‘बियोंड द कश्मीर’ की अवधारणा पर काम
शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार कश्मीर को “बियोंड द कश्मीर” की अवधारणा के तहत विकसित करेगी, ताकि पर्यटक श्रीनगर, गुलमर्ग और सोनमर्ग से आगे बढ़कर कश्मीर के अन्य ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों का भी अनुभव ले सकें।
उन्होंने स्वीकार किया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में सकारात्मक वृद्धि देखी गई थी, लेकिन पहलगाम की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण पर्यटन गतिविधियां प्रभावित हुईं। उन्होंने कहा कि अब हालात सामान्य हो रहे हैं और राज्य में फिर से शांति और स्थिरता लौट रही है।
पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि
शेखावत ने कहा, “पर्यटकों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। पहलगाम जैसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है। अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने गांदरबल जिले के तुलमुल गांव स्थित प्रसिद्ध माता खीर भवानी मंदिर और वंगथ घाटी में स्थित नरनाग मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन किए। नरनाग मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक ऐतिहासिक स्थल है, जिसे राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक माना जाता है।