India Pakistan Border Mock Drill 2025: पाक सीमा से सटे राज्यों में कल मॉक ड्रिल: नागरिकों को सतर्क रहने का निर्देश
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान से सटे राज्यों में एक बार फिर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसमें जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच 3,300 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा है। जम्मू-कश्मीर से लगने वाली सीमा को नियंत्रण रेखा (LoC) कहा जाता है, जबकि पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगने वाली सीमा को अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) कहा जाता है।

मॉक ड्रिल का मकसद नागरिकों को युद्ध या आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना है। इससे पहले 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित हुई थी। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। इसके जवाब में 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। सेना ने करीब 100 आतंकियों को मार गिराया। इसके बाद दोनों देशों ने 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति जताई, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से उकसावे वाले बयान जारी हैं।
मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज क्या हैं?
मॉक ड्रिल एक प्रैक्टिस होती है जिसमें यह जांचा जाता है कि अगर किसी आपातकाल जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमले की स्थिति हो, तो लोग और प्रशासन कितनी जल्दी और सही तरीके से प्रतिक्रिया कर पाते हैं।
ब्लैकआउट एक्सरसाइज का मतलब है एक निर्धारित समय के लिए इलाके की पूरी बिजली बंद करना। इसका उद्देश्य होता है कि अगर दुश्मन हमला करे तो इलाके को अंधेरे में सुरक्षित रखा जाए, जिससे दुश्मन के लिए निशाना लगाना मुश्किल हो जाता है।
मॉक ड्रिल के दौरान क्या करें?
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
- घर में ही रहें और सुरक्षा बलों का पूरा सहयोग दें।
- जरूरी सामान और मोबाइल फोन को पूरी तरह चार्ज रखें।
- केवल सरकारी चैनल और आधिकारिक खबरों पर भरोसा करें।
- बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें, उन्हें अकेला न छोड़ें।
क्या फिर कुछ बड़ा होने वाला है?
अब इस मॉक ड्रिल के एलान के बाद फिर अटकलें लगाई जा रही है कि कहीं फिर से तो कुछ बड़ा नहीं होने वाला है? क्योंकि पिछली बार भी मॉक ड्रिल के एलान के बाद देर रात ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दे दिया गया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर तक 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।
बता दे की 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है।
ब्लैक आउट में क्या होता है?
युद्ध के समय ब्लैकआउट को दुश्मन के हमलावरों या निगरानी से महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और नागरिक क्षेत्रों को छिपाने के लिए लागू किया जाता है. सभी स्ट्रीट लाइट, घरेलू लाइट, गाड़ियों की हेडलाइट और सार्वजनिक लाइटिंग बंद कर दी जाती है या ढक दी जाती है ताकि शहर आसमान से अंधेरा दिखाई दे. लाइट को बाहर निकलने से रोकने के लिए खिड़कियों पर काले कागज, पर्दे या ढाल का उपयोग किया जाता है. इसकी प्रैक्टिस मॉक ड्रिल के समय भी की जाएगी.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की हत्या की थी। 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी। हालांकि, इसके बाद से पाकिस्तान लगातार उकसावे वाले बयान दे रहा है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य व्यक्तियों और संगठनों को वास्तविक आपात स्थितियों के दौरान प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने के लिए तैयार करना है. यह एक नकली अभ्यास है जो सेफ्टी से जुड़ी स्थिति में नागरिकों की ताकत, कमजोरियों और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है।