Covid-19 Cases In India: दिल्ली में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा: नए वैरिएंट JN.1 से देशभर में बढ़ी चिंता: सरकार ने जारी की एडवाइजरी
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अब तक दिल्ली में कोविड-19 के 23 एक्टिव केस सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी अस्पतालों को आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

दक्षिण भारत में कोरोना वायरस के लगातार केस बढ़ते ही जा रहे हैं इसी बीच राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी कोरोना के संक्रमण ने दस्तक दे दी है। वैश्विक स्तर पर लगातार कोरोना वायरस के बढ़ते केस की वजह से स्वास्थ्य विभाग की चिताएं बढ़ गई हैं। भारत में कम गति के साथ इसके केस में बढ़ोत्तरी हो रही है। अभी तक कोरोना के कुल एक्टिव केस देश में 350 तक पहुंच गए हैं। वहीं दिल्ली की बात करें तो 23 एक्टिव केस सामने आ चुके हैं। गाजियाबाद में कुल 4 एक्टिव केस सामने आए हैं।
दिल्ली सरकार की एडवाइजरी
दिल्ली सरकार ने कोविड-19 को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन बेड, कंसंट्रेटर, दवाइयां और वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हर पॉजिटिव कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। सभी संस्थानों को अपनी रिपोर्ट ‘दिल्ली हेल्थ डेटा पोर्टल’ पर प्रतिदिन अपलोड करनी होगी।
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह का बयान
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि सरकार ने राजधानी के सभी अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के साथ बैठक की है और तैयारियों को लेकर निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दर्ज किए गए केस वास्तव में दिल्ली के ही हैं या बाहरी लोगों के सैंपल हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार समय-समय पर जनता को अपडेट देती रहेगी।

कोरोना के नए JN.1 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता
इस बार संक्रमण के लिए ओमिक्रोन के नए वैरिएंट JN.1 और उसके सब-वैरिएंट्स LF7 और NB1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह लगे कि ये नए वैरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक या तेजी से फैलने वाले हैं। हालांकि, उनका मानना है कि यह लहर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर अपना असर दिखा सकती है
इन राज्यों में सामने आए नए केस
वहीं, गुजरात, हरियाणा और केरल समेत कई राज्यों में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं। गुरुवार को गुजरात में कोरोना वायरस के 15 नए मामले सामने आए। जबकि हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद से कोविड-19 संक्रमण के तीन मामले सामने आए। बुधवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में मई में कोविड-19 के 182 मामले सामने आए। इसके अलावा 21 मई को कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने पुष्टि की कि राज्य में कोविड-19 के 16 सक्रिय मामले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बेंगलुरु में नौ महीने के एक बच्चे में कोविड-19 ष्टि हुई है।
कौन सा वैरिएंट फैला रहा संक्रमण इस बार ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट और उसके सब-वैरिएंट LF.7 और NB.1.8 कोरोना के फैलाव के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने JN.1 को दिसंबर 2023 में ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ बताया था। यह पहले से ज्यादा फैलने वाला वैरिएंट है, लेकिन इसके लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं जैसे बुखार, खांसी और गले में खराश। क्या बूस्टर डोज जरूरी है? विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्गों, बच्चों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को बूस्टर डोज लेनी चाहिए। खासकर अगर उनकी पिछली डोज को छह महीने से ज्यादा हो गए हों या वे उन देशों की यात्रा करने वाले हैं जहां केस बढ़ रहे हैं। XBB.1.5 बूस्टर वैक्सीन JN.1 के खिलाफ कुछ हद तक सुरक्षा दे सकती है।
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