Jaipur News: विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल क्षेत्र को 45 करोड़ की सौगात: कर्नल राठौड़ की पहल से जयपुर में औद्योगिक विकास को बढ़ावा
जयपुर रीको (RIICO) ने जयपुर के विश्वकर्मा एवं विश्वकर्मा-विस्तार औद्योगिक क्षेत्रों के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए 45 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। यह जानकारी राजस्थान सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने दी।

कर्नल राठौड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार राज्य के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में वर्ष 2024-25 के लिए उनकी पहल पर लगभग 28 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई, जबकि 17 करोड़ रुपये के कार्यादेश जारी किए गए।
स्वीकृत राशि का उपयोग मुख्य रूप से सड़कों के डामरीकरण, सीमेंट कंक्रीट सड़कों के निर्माण, नालियों के उन्नयन और ओवरहेड पावर लाइन को भूमिगत केबल में बदलने जैसे कार्यों में किया जा रहा है। इनमें से कई कार्य पूरे हो चुके हैं जबकि शेष प्रगति पर हैं।
रीको के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यमियों को बेहतर और निर्बाध सुविधाएं मिलें, इसके लिए नियमित रूप से एसोसिएशनों एवं स्थानीय उद्यमियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य किए जा रहे हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में विश्वकर्मा एवं विश्वकर्मा-विस्तार जयपुर के लिए रीको ने कुल 2791.85 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की एवं 1726.20 लाख रुपये के कार्यादेश जारी किए। अब तक उक्त कार्यों में 423.82 लाख रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है। उक्त स्वीकृत कार्यों के अंतर्गत लगभग 14 किमी लंबाई में सड़क के डामरीकरण / सीमेंट कंक्रीट सड़कों का निर्माण कार्य, 13,500 वर्ग मीटर में पेव्ड शोल्डर निर्माण, 2 किमी में नालियों का उन्नयन तथा 3.50 किमी लंबाई में ओवरहेड विद्युत लाइनों को भूमिगत केबल के माध्यम से स्थानांतरित करने का कार्य सम्मिलित है। इनमें से अधिकांश कार्य संपन्न हो चुके हैं एवं शेष कार्य तीव्र गति से करवाए जा रहे हैं।
औद्योगिक क्षेत्र विश्वकर्मा एवं विश्वकर्मा-विस्तार में वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल रुपये 1700.55 लाख की लागत से 7.25 किमी सड़कों का व्हाइट टॉपिंग सीमेंट कंक्रीट पेवमेंट द्वारा उन्नयन तथा 3.20 किमी नालियों का आरसीसी बॉक्स टाइप संरचना द्वारा उन्नयन किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही क्षेत्र में सुगम यातायात सुनिश्चित करने हेतु मुख्य चौराहों पर ओवरहेड विद्युत लाइनों को भूमिगत किया जा रहा है तथा अन्य चिन्हित सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है।