Indian farmer’s son becomes Mayor in UK: मिर्जापुर के राजकुमार मिश्रा बने ब्रिटेन के मेयर: लेबर पार्टी के टिकट पर जीता चुनाव
मिर्जापुर जिले के छोटे से गांव भटेवरा के रहने वाले किसान पुत्र और इंजीनियर राजकुमार मिश्रा ने लंदन में मेयर का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने ब्रिटेन के बेलिगबौरी सिटी में मेयर पद की शपथ ली। वे ब्रिटेन की लेबर पार्टी से चुनाव लड़कर यह जीत हासिल करने वाले मिर्जापुर के पहले व्यक्ति बन गए हैं।

राजकुमार मिश्रा की कहानी प्रेरणादायक है। एक साधारण किसान परिवार में जन्मे राजकुमार ने कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई की और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे ब्रिटेन चले गए, जहां उन्होंने मेहनत और ईमानदारी से न केवल एक सफल करियर बनाया, बल्कि सामाजिक सेवा में भी अपनी पहचान बनाई।
दो महीने पहले ज्वाइन की पार्टी, फिर बनी जीत की कहानी
राजकुमार मिश्रा ने दो महीने पहले ही लेबर पार्टी ज्वाइन की थी। पहले उन्होंने काउंसलर का चुनाव जीता और अब बेलिगबौरी शहर के मेयर पद पर काबिज हो गए हैं। उन्होंने 13 मई को यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
गांव में जश्न का माहौल
जैसे ही राजकुमार की जीत की खबर उनके पैतृक गांव भटेवरा और मिर्जापुर पहुंची, पूरे इलाके में जश्न का माहौल बन गया। परिजनों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों और शुभचिंतकों ने उनके घर पहुंचकर बधाई दी। मिर्जापुर के इतिहास में यह पहली बार है जब कोई व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा प्रतिष्ठित पद हासिल कर सका है।
भारत आकर की शादी, लंदन में किया घर बसाया
राजकुमार मिश्रा ने 5 साल के बीच में अपने गृह जनपद मिर्जापुर में आकर प्रतापगढ़ में शादी की। राजकुमार की पत्नी अभिषेकता मिश्रा भी इंजीनियर है। राजकुमार मिश्रा तब से परिवार के साथ लंदन में ही सेटल है। इस दौरान लंदन में घर बनवा कर नागरिकता हासिल कर ली है। दो महीने पहले लेबर पार्टी ज्वाइन कर चुनाव के मैदान में उतर गए पहले काउंसलर का चुनाव जीता फिर बेलिगबौरी सिटी के मेयर पद पर शपथ ली है।
कौन हैं राजकुमार मिश्रा?
राजकुमार मिश्रा के परिवार में नौ भाई एक बहन है। राजकुमार का जन्म मिर्जापुर जिले के भटेवरा गांव में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक पढ़ाई गांव से ही पुरी की है। इसके बाद बीटेक चंडीगढ़ से करने के बाद एमटेक लंदन से किया है। पूरा परिवार शिक्षित है। राजकुमार के पिता मुन्नालाल मिश्रा किसान है तो माता चंद्रकली मिश्रा गृहणी है। राजकुमार के नौ भाइयों में छठवें नंबर के है।
पिता ने भावुक होते हुए बताया, “कभी सोचा नहीं था कि मेरा बेटा लंदन जाएगा और वहां मेयर बन जाएगा। पांच साल पहले गांव से निकला और आज जो मुकाम हासिल किया है, उस पर पूरे गांव को गर्व है।
https://x.com/news21national/status/1923334015597035750