Diya Kumari’s visit to Bherwai: उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का भेरवाई दौरा: शिक्षा और आत्मनिर्भरता की मिशाल बनीं कालबेलिया महिलाएं
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भेरवाई गांव की कालबेलिया ढाणी स्थित समता रात्रिशाला का दौरा कर वहां शिक्षा की लौ जलाती महिलाओं से संवाद किया।

इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने नारी सशक्तिकरण की मिसाल बन चुकी इस अनूठी पहल की खुलकर सराहना की और कहा कि यह रात्रिशाला न केवल गांव की तस्वीर बदल रही है। बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बन चुकी है।
समता रात्रिशाला में हर शाम 7 से 10 बजे तक गांव की महिलाएं पढ़ने के लिए एकजुट होती हैं। उम्र की कोई सीमा नहीं है—यहां दादी से लेकर नवविवाहिता तक सभी सीखने की लगन में डूबी रहती हैं। उपमुख्यमंत्री जब पाठशाला पहुंचीं। तो महिलाओं ने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया और अपने अनुभव साझा किए।
दिया कुमारी ने कहा, “इस धरती पर जब एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार और आने वाली पीढ़ियां शिक्षित होती हैं। भेरवाई की ये महिलाएं साबित कर रही हैं कि शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता, आत्मगौरव और सामाजिक बदलाव की कुंजी है।
यह पहल मंथन संस्था के तेजाराम माली द्वारा एक वर्ष पूर्व शुरू की गई थी। अब इस गांव में 18 वर्ष से कम उम्र की किसी भी लड़की की शादी नहीं होती। शत-प्रतिशत उपस्थिति पर महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सिलाई मशीन, बकरी, चक्की मशीन और किराना दुकान जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। महिलाएं इन संसाधनों को मिल-बांट कर उपयोग करती हैं और प्रति माह लगभग 4,000 रुपये तक की आमदनी कर रही हैं।
महिलाओं ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि वे सिलाई, कढ़ाई, दस्तखत करना सीख चुकी हैं। उन्होंने अपनी हस्तनिर्मित वस्तुएं भी उपमुख्यमंत्री को भेंट कीं, जिन्हें देख दिया कुमारी ने प्रसन्नता जताई और कहा कि यह हुनर महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, “इस पाठशाला से न सिर्फ शिक्षा मिली है। बल्कि महिलाओं के जीवन में आत्मविश्वास और स्वाभिमान भी लौटा है। राज्य सरकार ऐसी पहलों को प्रोत्साहित करने के लिए संकल्पबद्ध है।
महिलाओं ने बताया कि वे प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हुई हैं। पहले उनका जीवन घुमंतू था। लेकिन अब शिक्षा और सरकारी सहयोग से उन्होंने स्थिर जीवन, pm आवास योजना मे मकान के साथ रोजगार के नए रास्ते भी तलाशे हैं।
दिया कुमारी के दौरे ने भेरवाई की रात्रिशाला को नई ऊर्जा दी। महिलाओं ने बताया कि वे जयपुर जाकर हवा महल और अल्बर्ट हॉल जैसे ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा भी कर चुकी हैं। यह सब शिक्षा और आत्मनिर्भरता की बदौलत संभव हुआ है।
भविष्य में राज्य के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसे मॉडल को लागू करने के संकेत देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा भेरवाई की यह रात्रिशाला राजस्थान की शक्ति और सामर्थ्य का सजीव प्रमाण है। यह दौरा केवल एक निरीक्षण नहीं था। बल्कि ग्रामीण महिलाओं के हौसलों और सपनों की उड़ान का साक्षी भी बना।