Operation Sindoor: राजस्थान बना पहला राज्य: स्कूल-कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘ऑपरेशन सिंदूर’
जयपुर पहलगाम – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर को अब राजस्थान सरकार स्कूल और कॉलेज के छात्रों को पढ़ाने जा रही है।

प्रदेश का शिक्षा विभाग इस ऐतिहासिक ऑपरेशन को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी कर चुका है। संभवतः जुलाई से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र से यह अध्याय किताबों में पढ़ाया जाएगा।
राजस्थान देश का पहला राज्य बनने जा रहा है जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आधिकारिक रूप से स्कूली और उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। इसके लिए एक विशेष पुस्तक भी तैयार की जा रही है जिसका शीर्षक ‘सिंदूर’ रखा जाएगा।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
7 मई 2025 को भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब दिया था। सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त एयर स्ट्राइक की थी। यह पूरा अभियान केवल 25 मिनट में पूरा किया गया। जिसमें सेना लगभग 400 किलोमीटर अंदर तक घुसी और सफलतापूर्वक वापस लौटी। इस साहसिक कार्रवाई ने देशभर में सेना की बहादुरी को नई पहचान दी।
विद्यार्थियों को बताए जाएंगे वीरता के किस्से
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पाठ्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को शामिल करने का उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति, प्रेरणा और सेना के प्रति सम्मान की भावना को और मजबूत करना है। इस ऑपरेशन से जुड़ी घटनाओं, रणनीतियों और भारतीय सेना की वीरता को पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री का बयान राजस्थान के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र को लेकर सिलेबस अपडेट किया जा रहा है। ऐसे में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को कैसे छोड़ा जा सकता है? यह विषय आज के युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायक है। विभागीय एक्सपर्ट कमेटी के साथ चर्चा चल रही है और जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
दो चरणों में सिलेबस में होग बदलाव
राजस्थान की बीजेपी सरकार ने तय किया है कि विद्यार्थियों में देश प्रेम जागृत करने के लिए भारतीय सेना के साहस और उसके द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में की गई कार्यवाही के बारे में बताया जाएगा। इसको लेकर स्टूडेंट्स के सिलेबस में बदलाव किया जा रहा है। पहले चरण में कक्षा एक से पांचवी तक पूरा सिलेबस बढ़ेगा। वहीं दूसरे फेज में कक्षा 6 से 12 तक का सिलेबस बदलेगा। ऐसे में सरकार नए शिक्षा सत्र में स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव और अपग्रेडेशन कर रही है।