Kashmir Tourist Attack: आदिल कैसे बना आतंकवादी: जानिए पहलगाम अटैक का पूरा सच
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मुख्य आरोपी आदिल हुसैन की कहानी अब सामने आ रही है। एक समय में पढ़-लिख कर टीचर बनने वाला लड़का, आखिरकार आतंकवाद के रास्ते पर क्यों चला गया?

क्या कारण था कि आदिल ने एक सुकून भरी जिंदगी छोड़कर आतंकवाद का रास्ता चुना? आइये जानते हैं उसकी पूरी कहानी। आदिल बचपन से शरीफ था। पांचों वक्त नमाज पढ़ता था। कुरान भी पढ़ता था। साइंस से ग्रेजुएट था। उर्दू से MA कर रहा था। प्राइवेट स्कूल में टीचर था। 7 साल पहले घर से निकला। फिर नहीं लौटा। अनंतनाग से करीब 8 किमी दूर है गुरी गांव वही आदिल का घर है..
आखिरकार पढ़ा-लिखा आदिल आखिर कैसे आतंकी बन गया, दरसअल 2017 में एक मोबाइल टावर को लेकर विवाद और परिवार को धमकियां मिलने के बाद आदिल का दिल गुस्से से भर गया। धीरे-धीरे वह अपने घर से चला गया, और फिर उसका कोई ठिकाना नहीं मिला। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो घर छोड़ने के बाद आदिल का संपर्क कहीं से नहीं हुआ। एक अनजान नंबर से फोन आया, मगर फिर भी कोई खबर नहीं मिली। आज जब उसका नाम पहलगाम आतंकी हमले में सामने आया, तो एक निजी मीडिया से बातचीत में आदिल की माँ ने कहा अगर मेरे बेटे ने ये अपराध किया है, तो उसे फांसी मिलनी चाहिए।”आगे वो कहती है. ‘पहले तो वो लड़ाई-झगड़े से भी डरता था। 2017 की बात है। हमारी जगह में मोबाइल टावर लगना था। टावर लगने से हमारे परिवार से एक लड़के को नौकरी भी मिलती। टावर का काम शुरू हो गया। एक पड़ोसी ने काम रुकवा दिया। वो हमें धमकियां दिलवाता था।’ ‘शायद इसी बात से आदिल नाराज हो गया। वो घर छोड़कर चला गया।
बताया नहीं, कहां जा रहा है। उस दिन एग्जाम देने गया था, फिर गायब हो गया। हमने तीन दिन तलाश की, फिर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी।’ आदिल की माँ ने सिर्फ एक ही बात कही की पहलगाम अटैक में जो भी अपराधी है उसे सजा मिलनी चाहिए. अगर मेरा बीटा भी इसमें शामिल है तो उसे भी सजा मिलनी चाहिए.. आपको बता दें आदिल अभी लापता है और उस पर 20 लाख का इनाम घोषित है जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई।