Sunita Williams Latest News: सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौटे: स्पेस स्टेशन में इतने महीने क्या किया?
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर नौ महीने के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए हैं।

दोनों स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के जरिए गल्फ ऑफ मेक्सिको में उतरे। भारतीय समयानुसार, दोनों ने बुधवार तड़के सुबह 3:27 बजे धरती पर कदम रखा।
9 महीने से ISS पर फंसे थे दोनों अंतरिक्ष यात्री
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को पिछले साल 5 जून 2024 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा गया था। योजना के मुताबिक उन्हें सिर्फ एक हफ्ते में लौटना था। लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में आई तकनीकी खराबी के कारण वे अंतरिक्ष में 9 महीने से ज्यादा समय तक फंसे रहे।
उन्हें मार्च 2025 के अंत तक वापस लौटना था। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एलन मस्क से उन्हें जल्दी वापस लाने का आग्रह करने के बाद इस मिशन में तेजी लाई गई। इसके बाद स्पेसएक्स को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई और आखिरकार स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आए।
स्पेस स्टेशन से लौटने में 17 घंटे लगे
ड्रैगन कैप्सूल के अलग होने से लेकर समुद्र में लैंडिंग तक करीब 17 घंटे लगे।
- 18 मार्च 2025 को सुबह 08:35 बजे स्पेसक्राफ्ट का हैच बंद हुआ।
- 10:35 बजे स्पेसक्राफ्ट ISS से अलग हुआ।
- 19 मार्च 2025 को रात 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू हुआ। इस दौरान कक्षा से उल्टी दिशा में स्पेसक्राफ्ट का इंजन फायर किया गया, जिससे स्पेसक्राफ्ट की पृथ्वी के वातावरण में एंट्री हुई और अंततः सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग हुई।
अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स का महत्वपूर्ण योगदान
अंतरिक्ष में रहते हुए सुनीता विलियम्स ने कई महत्वपूर्ण प्रयोग और रिसर्च किए। उन्होंने 900 घंटे से ज्यादा समय विभिन्न प्रयोगों में बिताए। अपने मिशन के दौरान उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर को उड़ाने का काम भी किया। जिसकी डिजाइनिंग और निर्माण में उन्होंने खुद सहयोग किया था। यह परियोजना नासा को 4.2 अरब डॉलर में पड़ी।
सुनीता और विल्मोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंसे?
स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के 28 रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टरों में से 5 फेल हो गए थे। साथ ही 25 दिनों में 5 हीलियम लीक हुए। जिससे हीलियम प्रोपेलैंट थ्रस्टरों तक नहीं पहुंच सका। इस वजह से स्पेसक्राफ्ट की सुरक्षित वापसी पर खतरा मंडराने लगा।
नासा ने डेटा का विश्लेषण करने के बाद फैसला लिया कि स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष यात्रियों के बिना ही वापस लाया जाएगा। इसे 6 सितंबर 2024 को पृथ्वी पर सुरक्षित उतारा गया।
स्पेसएक्स को यात्रियों को लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई
स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट हर कुछ महीनों में 4 एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन लेकर जाता है और वहां मौजूद पिछला क्रू स्पेस स्टेशन में पहले से पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट से वापस लौट आता है।
28 सितंबर 2024 को जब क्रू-9 मिशन लॉन्च हुआ, तो उसमें 4 एस्ट्रोनॉट्स को भेजा गया। हालांकि, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के लिए दो सीटें खाली रखी गईं। इनके पहुंचने के बाद क्रू-8 अपने स्पेसक्राफ्ट से लौट आया।
15 मार्च 2025 को लॉन्च हुआ क्रू-10 मिशन
15 मार्च 2025 को स्पेसएक्स ने 4 एस्ट्रोनॉट्स के साथ क्रू-10 मिशन लॉन्च किया। 16 मार्च को ये एस्ट्रोनॉट ISS पहुंच गए। इसके बाद क्रू-9 के चारों एस्ट्रोनॉट्स ने अपनी जिम्मेदारियां क्रू-10 को सौंप दीं और सितंबर 2024 से पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट से लौट आए।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का यह मिशन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। 9 महीने तक ISS पर रहकर उन्होंने न केवल महत्वपूर्ण डेटा जुटाया, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उनकी सुरक्षित वापसी के साथ यह मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।