Jharkhand Gangster Aman Sahu Sao Encounter News Update: झारखंड के सबसे बड़े गैंगस्टर अमन साहू का एनकाउंटर: पुलिस मुठभेड़ में ढेर
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का मंगलवार सुबह पलामू जिले के चैनपुर में पुलिस मुठभेड़ में एनकाउंटर कर दिया गया। पुलिस अमन साहू को रांची ला रही थी। तभी उसके साथियों ने उसे छुड़ाने के लिए हमला कर दिया। इसी दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में अमन साहू को मार गिराया।

जानकारी के अनुसार, अमन साहू को एनटीपीसी डीजीएम मर्डर केस में पूछताछ के लिए रांची लाया जा रहा था। जब पुलिस टीम पलामू के चैनपुर के अंधारी ढोडा इलाके से गुजर रही थी। तभी हथियारबंद बदमाशों ने बम फेंककर हमला कर दिया। इसी अफरातफरी में अमन साहू ने हवलदार राकेश कुमार की राइफल छीनकर फायरिंग करने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और उसे मौके पर ही ढेर कर दिया। इस दौरान हवलदार राकेश कुमार के जांघ में गोली लगी। जिनका इलाज एमएमसीएच पलामू में चल रहा है।
तीन महीने से रायपुर जेल में बंद था अमन साहू
अमन साहू पिछले तीन महीने से रायपुर जेल में बंद था। रांची के बरियातू में कोयला कारोबारी पर हुए हमले और हजारीबाग में एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर मामले में पूछताछ के लिए उसे रांची लाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें उसकी मौत हो गई।
झारखंड पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती था अमन साहू
अमन साहू झारखंड पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ था। उसका गैंग कोयला कारोबारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदार, रियल एस्टेट कारोबारी और बिल्डरों से रंगदारी वसूलता था। जो उसकी बात नहीं मानते थे। उन पर गोलियां चलवा दी जाती थीं। वारदात को अंजाम देने के बाद गैंग के गुर्गे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर और वर्चुअल नंबर से मीडिया को जानकारी भी देते थे कि घटना उनके गिरोह ने अंजाम दी है।
एनटीपीसी डीजीएम मर्डर केस में आया था नाम
8 मार्च को झारखंड के हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने घात लगाकर इस वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए। अमन साहू का नाम इस सनसनीखेज मर्डर केस में भी सामने आया था।
कौन था गैंगस्टर अमन साहू?
अमन साहू झारखंड के रांची जिले के ठाकुरगांव के मतबे गांव का रहने वाला था। उस पर हत्या, रंगदारी, एक्सटॉर्शन सहित 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे। वह पहले हार्डकोर नक्सली था। लेकिन 2013 में उसने अपना खुद का गैंग बना लिया। फेसबुक और इंटरनेट मीडिया पर हथियार लहराने वाली उसकी तस्वीरें कई बार वायरल हुई थीं।
एनआईए की जांच में बड़ा खुलासा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रिपोर्ट के अनुसार, अमन साहू गिरोह झारखंड में कई बड़े अपराधों में शामिल था। इनमें एक डीएसपी पर गोलीबारी, व्यवसायियों और ठेकेदारों से जबरन रंगदारी वसूली और कई हत्याएं शामिल थीं। इस गैंग ने झारखंड के बाहर अन्य संगठित अपराधी गिरोहों और टूटे हुए नक्सली संगठनों से भी संबंध बना लिए थे।
झारखंड पुलिस के लिए राहत
अमन साहू के मारे जाने के बाद झारखंड पुलिस ने राहत की सांस ली है। वह राज्य का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन चुका था, जो खुलेआम लोगों से रंगदारी वसूलता था और मना करने पर उनकी हत्या करवा देता था। पुलिस लगातार उसके नेटवर्क को तोड़ने में जुटी थी और अब उसके एनकाउंटर के साथ झारखंड में संगठित अपराध पर लगाम लगने की उम्मीद की जा रही है।
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