Anupam Kher Birthday Special: अनुपम खेर ने हरिद्वार में मनाया 70वां जन्मदिन: गुरु से लिया आशीर्वाद
अभिनेता अनुपम खेर अपना 70 वां जन्मदिन मनाने के लिए अपने मित्र अनिल कपूर के साथ हरिद्वार पहुंचे। यहां वह सबसे पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी से मिले और उनका आशीर्वाद लिया।

आज अनुपम खेर 70 साल के हो गए हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1984 में रिलीज फिल्म ‘सारांश’ से की थी। महेश भट्ट के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अनुपम खेर ने 28 साल की उम्र में 65 साल के बुजुर्ग पिता का किरदार निभाया था।
महेश भट्ट को अनुपम खेर अपना गुरु मानते हैं और हर मुलाकात में उन्हें गुरु दक्षिणा देते हैं। फिल्म ‘दिल है कि मानता नहीं’ की शूटिंग के दौरान आमिर खान को लगा था कि वो खराब एक्टिंग कर रहे हैं। इसकी शिकायत उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर महेश भट्ट से कर दी थी। हम आपके है कौन की शूटिंग के दौरान उनके चेहरे पर लकवा मार गया था तब सबको लगा की उनका करियर ख़त्म हो गया है | उनको कॉमेडी के रोले करने के लिए 5 बार फिल्म फेयर अवार्ड जीता है | 2004 में पद्मश्री और 2005 में पद्मभूषण के अवार्ड से नवाजा गया है |
व्यक्तिगत जीवन
अनुपम खेर की पहली शादी 1979 में परिवार के दबाव में मधुमालती नाम की लड़की से हुई थी। लेकिन यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला। दूसरी ओर, किरण खेर की शादी बिजनेसमैन गौतम बैरी से हुई थी। जो ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी। कोलकाता में एक थिएटर प्ले के दौरान अनुपम और किरण की दोबारा मुलाकात हुई। इसी दौरान अनुपम ने किरण को प्रपोज किया। जिसके बाद दोनों ने अपने-अपने पुराने रिश्ते खत्म कर 1985 में शादी कर ली। अनुपम ने किरण के बेटे सिकंदर को अपनाया और अपना सरनेम दिया।
फिल्मी सफर
अनुपम खेर को एक अभिनेता के साथ-साथ बेहतरीन निर्माता और निर्देशक के रूप में भी जाना जाता है। 2002 में आई फिल्म ओम जय जगदीश के निर्देशन के लिए उन्होंने खूब सराहना बटोरी। हाल के वर्षों में, द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर (2019), द कश्मीर फाइल्स (2022), ऊंचाई (2022), विजय 69 (2024) और इमरजेंसी (2025) में उनके अभिनय ने उन्हें देश के सबसे सम्मानित कलाकारों में शामिल कर दिया है।
भीड़ का हिस्सा बनने की कोशिश न करें
अनुपम खेर आज इंडस्ट्री में एक ऐसे मुकाम पर हैं। जहां वह लोगों को प्रेरित करते हैं और नए टैलेंट को प्रोत्साहित करते रहते हैं। उनका मानना है कि फिल्म इंडस्ट्री आपको किसी स्लॉट में फिट करने की कोशिश करेगी। ताकि आप भीड़ का हिस्सा बन जाएं। लेकिन अगर आप भीड़ का हिस्सा बन गए, तो अपनी पहचान खो देंगे। उन्होंने कहा, “मेरे साथ हमेशा ऐसा होता रहा है। लेकिन मैंने अपनी अलग पहचान बनाई।