Donald Trump Tariff Threat: भारत पर 2 अप्रैल से जवाबी टैरिफ लगाएगा अमेरिका: ट्रम्प का ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल से भारत पर जैसा को तैसा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भारत हमसे 100% से ज्यादा टैरिफ वसूलता है।

हम भी अगले महीने से ऐसा ही करने जा रहे हैं। ये ऐलान उन्होंने बुधवार सुबह (भारतीय समय के मुताबिक) अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन में कही। उन्होंने रिकॉर्ड 1 घंटा 44 मिनट का भाषण दिया। अपने पिछले कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ 1 घंटा भाषण दिया था। ट्रम्प ने भाषण की शुरुआत अमेरिका इज बैक, यानी ‘अमेरिका का दौर लौट आया है’ से की। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने 43 दिन में जो किया है वह कई सरकारें अपने 4 या 8 साल के कार्यकाल में नहीं कर पाईं।
इसके अलावा ट्रम्प ने पाकिस्तान को शुक्रिया भी कहा। ट्रम्प ने कहा कि 2021 में अफगानिस्तान में आतंकियों ने 13 अमेरिकी सैनिकों की हत्या कर दी थी। उन्हें पकड़ने में पाकिस्तान सरकार ने मदद की।
टैरिफ का क्या होगा असर
गोल्डमैन सॉक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के टैरिफ से भारत के सकल घरेलू उत्पाद पर 0.1 से 0.6 फीसदी असर पड़ सकता है। भारत की घरेलू गतिविधियां बढने से इसका असर सीमित हो सकता है। वहीं एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स का कहना है कि अमेरिकी शुल्क का भारत पर कोई खास प्रभाव नहीं होगा। अमेरिका अगर भारतीय उत्पादों पर टैरिफ लगाता है तो इसका असर ऑटोमोबाइल, कपडा और धातु क्षेत्र पर ज्यादा होगा। ये कंपनियां अमेरिका से ज्यादा व्यापार साझा करती हैं। लागत बढने से कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर सकती हैं।
ट्रम्प ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि अमेरिका अपनी तकदीर खुद लिखे। हम दुनिया की सबसे आजाद, सबसे उन्नत, सबसे शक्तिशाली और सबसे प्रभावशाली सभ्यता का निर्माण करेंगे। हम विज्ञान की नई सीमाओं को पार करेंगे। इंसान को अंतरिक्ष में आगे ले जाएंगे और मंगल ग्रह पर अमेरिकी झंडा फहराएंगे- और उससे भी आगे बढ़ेंगे! अपने भाषण के अंत में उन्होंने कहा, ‘एक अद्भुत भविष्य के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि अमेरिका का गोल्डन पीरियड अभी शुरू हुआ है।
ट्रम्प ने कहा कि वे अमेरिका की सुरक्षा के लिए ‘गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस शील्ड’ को फंड देने की मांग कर रहे हैं। उनकी “आयरन डोम फॉर अमेरिका” पहल का नाम बदलकर अब “गोल्डन डोम फॉर अमेरिका” कर दिया गया है। यह डिफेंस सिस्टम अमेरिकी आसमान को दुश्मनों के हमलों से बचाने के लिए बनाया जाएगा। यह हमारी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है, और हम इसे पूरा करके ही रहेंगे।