Mahakumbh 2025 Update: महाशिवरात्रि स्नान के साथ संपन्न हुआ महाकुंभ: 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम महाकुंभ आज महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान के साथ संपन्न हो गया। महाकुंभ में कल मंगलवार तक 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।

महाकुंभ का आज आखिरी दिन है। पिछले 44 दिन में 66 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। ये आंकड़ा अमेरिका की आबादी (करीब 34 करोड़) से दोगुना है। महाशिवरात्रि पर्व स्नान के साथ ही 45 दिनों तक चले महाकुंभ का समापन हो जाएगा।
वही संगम में डुबकी लगाने वालों की यह संख्या लगभग 193 देशों की जनसंख्या से ज्यादा है। सिर्फ भारत और चीन की आबादी महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा है। योगी सरकार ने दावा किया कि दुनिया में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग यहां आए हैं।
समुद्र मंथन से जुड़ी महाकुंभ की पौराणिक कथा!
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है और इसका संबंध समुद्र मंथन से जुड़ा है. मान्यता है कि जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ, तब अमृत कलश से अमृत की कुछ बूंदें हरिद्वार, उज्जैन, प्रयागराज और नासिक में गिरी थीं। इन्हीं चार स्थानों पर महाकुंभ का आयोजन होता है।
बता दे कि अब प्रयागराज महाकुंभ के बाद अगला कुंभ मेला हरिद्वार में गंगा तट पर लगेगा। उत्तराखंड सरकार ने इस भव्य आयोजन के लिए जोर-शोर से तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। हरिद्वार का कुंभ मेला ठीक 2 साल बाद 2027 में लगेगा। हरिद्वार में अर्धकुंभ होगा। हरिद्वार के ‘अर्धकुंभ 2027’ की तैयारियां शुरू हो गईं हैं।