Lawrence Bishnoi’s ‘vow of Silence’: लॉरेंस बिश्नोई का ‘मौन व्रत’ और गैंग अपराधों में उछाल: इस बार कौन होगा निशाना!
भारत के अपराध जगत में लॉरेंस बिश्नोई का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह कुख्यात गैंगस्टर साबरमती जेल में बंद होने के बावजूद संगठित अपराधों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है। लेकिन अब उसके ‘मौन व्रत’ का रहस्य सुर्ख़ियों में है… एक ऐसा मौन व्रत, जिसके दौरान उसके गैंग के अपराधों में उछाल देखा जाता है।

लॉरेंस बिश्नोई ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला वाली घटना हो या एनसीपी अजीत गुट के नेता बाबा सिद्दीकी वाली वारदात, हर घटना से पहले लॉरेंस बिश्नोई 9 दिन का मौन रखा था। पिछले दिनों लॉरेंस बिश्नोई की एक महिला वकील ने दावा किया था कि वह ब्रह्मचर्य का पालन करता है। इतना ही नहीं उसके गैंग के शूटर भी बैचलर हैं। लॉरेंस बिश्नाेई मौन के दौरान धार्मिक पुस्तकों को पढ़ता है।
कब खुलेगा लॉरेंस का ‘मौन व्रत’?
गुजरात साबरमती सेंट्रल जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई मौन व्रत 13 फरवरी को खुलने की उम्मीद है। इसस पहले 12 फरवरी को उसका बर्थडे है। लॉरेंस के मौन व्रत पर जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को कान खड़े हो गए है कि अब इस गैंगस्टर के निशाने पर कौन है? बाबा सिद्दीकी हत्या के वक्त पर भी लॉरेंस मौन व्रत पर था। लॉरेंस बिश्नोई के जेल में रहते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नादिर शाह हत्याकांड की चार्जशीट दाखिल की थी। तो इसमें पुलिस ने कहा था कि लॉरेंस ने साबरमती जेल के अंदर से तिहाड़ जेल में बंद हाशिम बाबा से मोबाइल फोन पर बात की थी।
जेल में मोबाइल और गैंग ऑपरेशन
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नादिर शाह हत्याकांड की चार्जशीट में खुलासा किया था कि लॉरेंस ने साबरमती जेल के अंदर से तिहाड़ जेल में बंद हाशिम बाबा से मोबाइल फोन पर बात की थी।
लॉरेंस बिश्नोई का जन्मदिन 12 फरवरी को आता है। इस दिन सोशल मीडिया पर उसके फॉलोअर्स की पोस्ट्स की बाढ़ आ जाती है, जिससे उसके नेटवर्क की सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सरकारी एजेंसियां लॉरेंस बिश्नोई के मौन व्रत और उसके गैंग के अपराधों के बीच गहरे संबंधों की जांच कर रही हैं. सवाल यह उठता है कि क्या मौन व्रत के दौरान गैंग को संकेत दिए जाते हैं? क्या यह अपराधों को छुपाने की रणनीति है? क्या जेल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां इसे रोकने के लिए कोई कदम उठाएंगी? लॉरेंस बिश्नोई का ‘मौत व्रत’ अभी भी एक पहेली बना हुआ है, लेकिन जांच एजेंसियों की नजर इस पर टिकी हुई है।