Jaipur MNIT College Student Suicide Case: जयपुर के MNIT में छठी मंजिल से कूदी छात्रा,मौत: या तो मैं बचपन में खुश थी या तो मैं सपनों में खुश थी’ पत्र लिखकर छात्रा ने कर लिया सुसाइड
जयपुर के मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT) की स्टूडेंट ने हॉस्टल की छत से कूदकर सुसाइड कर लिया। घटना रविवार रात 9:50 बजे की है।

शव के पास सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है- ‘गलती मेरी ही है। मैं ही इस दुनिया में नहीं जी सकती। सबसे ज्यादा खुश मैं या तो बचपन में या नींद में थी।
बता दे की दिव्या ने जुलाई-2024 में MNIT में एडमिशन लिया था। वह कैंपस में बने विनोदिनी हॉस्टल की चौथी मंजिल पर बने रूम में अकेली रहती थी। रात करीब 9:50 बजे दिव्या ने बिल्डिंग की छठी मंजिल से छलांग लगा दी।
तेज धमाके की आवाज सुनकर हॉस्टल में रहने वाली अन्य छात्राएं अपने-अपने रूम से बाहर निकल आईं। उन्होंने देखा कि जमीन पर दिव्या पड़ी है।
हॉस्टल स्टाफ ने तुरंत कॉलेज प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दी। इसके बाद दिव्या को जयपुरिया हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।
-पुलिस मामले की मामले की जांच कर रही है और आसपास मौजूद रहे स्टूडेंट्स और स्टाफ से पूछ रही है। दिव्या के कमरे की तलाशी भी ली है। मोबाइल फोन की जांच करवा रहे हैं ताकि पता चल सके कि उसकी आखिरी बार किससे बात हुई है। पुलिस ने सोमवार सुबह FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए।
सुसाइड नोट में क्या लिखा है
दिव्या के पिता खंगाराम मेघवाल पूर्व सरपंच हैं। मां सरकारी टीचर है। दिव्या ने सुसाइड नोट में बहन काे संबाेधित करते हुए लिखा था- ‘मुझे माफ कर देना ।
गलती मेरी ही है। मैं ही इस दुनिया में नहीं जी सकती। लोग हैं यहां मेरी बातें सुनने को। मैं बस बात नहीं कर सकती। सबसे ज्यादा खुश मैं या तो बचपन में या नींद में थी। अब बचपन तो वापस आ नहीं सकता। तो मैं हमेशा की नींद में जा रही हूं। मौत के बाद क्या होता है? नहीं पता। पर शायद शांति तो होती होगी। आज अपनी जिंदगी का सौदा उस शायद के नाम। निशा हो सके तो माफ कर देना। मम्मी-पापा और निशा एक दूसरे का ख्याल रखना। निशा का ख्याल रखना।
दिव्या पाली जिले के देसूरी की निवासी थी। उनके पिता खंगाराम मेघवाल पूर्व सरपंच हैं और मां सरकारी टीचर हैं। दिव्या ने जुलाई 2024 में MNIT में दाखिला लिया था। इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन और छात्र-छात्राएं सदमे में हैं। पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए दिव्या के सहपाठियों और स्टॉफ से पूछताछ कर रही है।