8 Year Old Serial Killer Story: बिहार के बेगूसराय में 8 साल का सीरियल किलर: गायब हुई बच्चियों के बाद पुलिस ने खोजा हत्यारे का रहस्य
दुनिया में ऐसे कई खूंखार हत्यारे जिन्हें हम सीरियल किलर के नाम से जानते है। वो अपने अलग अंदाजों में हत्याओं की वारदातों को अंजाम दे चुके है। कई किलर तो ऐसे सामने आए है जिनके बारे में सुनकर लोग दहशत में आ चुके तो कई विश्वास नहीं कर पाए।
दुनिया में एक ऐसा भी किलर रहा जिसकी उम्र सबसे कम है। वह हत्याओं को क्यों अंजाम देता था। हम जिस सीरियल किलर की बात कर रहे है उसकी उम्र महज 8 साल है। जब इस सीरियल किलर को पुलिस पकड़कर थाने लाई और हत्याओं की कहानी बताई तो पुलिस की रूह कांप उठी तो आइए जानते है एक छोटे से सीरियल किलर की वो कहानी जिसे सुनकर आपकी रूह तक कांप जाएगी।
महज 8 साल के सीरियल किलर की कहानी साल 2006 से शुरू होती है। बिहार राज्य का बेगूसराय जिला जहां के मुसहरी गांव में एक गरीब परिवार रहता था। इस परिवार में पति, पत्नी, उनकी एक दूध पीती बच्ची और सात साल का बेटा था। साल 2006 में गांव के एक परिवार की 2 बच्चियां गायब हो जाती है। जिसके बाद 2007 में गांव से 6 साल की बच्ची अचानक गुम हो जाती है। बच्ची के परिवार का रो रोकर बुरा हाल था। बच्ची का परिवार ईंट भट्टे पर काम करके परिवार का भरण पोषण करता था। उसी परिवार के पास में बच्ची के पिता के बड़े भाई रहते थें। बच्ची के गुम होने की सूचना पुलिस को नहीं दी गई और परिवार सहित गांव वाले बच्ची की तलाश में जुटे हुए थे। बच्ची की तलाश करते करते सभी थक चुके थे लेकिन बच्ची का कही पता नहीं चला। लेकिन पुलिस को किसी ने भी अब तक कोई जानकारी नहीं दी। एक दिन फिर एक और परिवार की एक और बच्ची गायब हो जाती है। 6 महीने के अंदर दो बच्चियों का गायब होना लोगों को हैरान कर देता है। लेकिन इस बार गांव के लोगों ने पुरानी गलती नहीं दोहराई और गांव के लोगों ने बच्ची गुम होने की जानकारी पुलिस को दी।
बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि जब वह गांव के ही एक स्कूल में बच्ची को खिला रही थी और कुछ देर के लिए वहां से कहीं गई थी, उसी दौरान उसकी 6 महीने की बेटी गायब हो गई। 6 महीने की बच्ची के गायब होने से परिवार सहित स्कूल प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए थे। किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। आखिर बच्ची गई कहां। बच्ची के कहीं नहीं मिलने के बाद ये मामला पहली बार पुलिस स्टेशन पहुंचता है और बच्ची की मां चुनचुन देवी ने भगवानपुर पुलिस स्टेशन में बच्ची के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। और पहली बार इस केस की तफ्तीश शुरू होती है। जब पुलिस गांव में जांच के लिए पहुंची तो पुलिस को पहली बच्ची के गुम होने की जानकारी लगी। जिसके बाद पूछताछ के लिए पुलिस उस घर तक पहुंचती है। और गायब हुई बच्ची के बारे में जानकारी लेती है। कुछ देर की पूछताछ के बाद परिवार के लोग पुलिसवालों को बताते हैं, कि अगर गायब हो चुकी उस बच्ची के बारे में कोई कुछ बता सकता है, तो वो अमरजीत सदा ही बता सकता है। जी हां अमरजीत सदा जो की महज 8 साल का था। ये सुनकर पुलिस सकपका गई की एक छोटा बच्चा इस बारें में क्या जानकारी देगा।
पुलिस हैरान हो गई और उसे समझ नहीं आया, कि भला आठ साल का एक बच्चा किसी बच्ची के गायब होने की बात कैसे बता सकता है। मगर फिर भी पुलिस ने आठ साल के अमरजीत सदा से बच्ची के गायब होने की बात पूछी। जैसे ही पुलिस ने अमरजीत सदा से बच्ची के गायब होने पर सवाल किया वो हंसने लगा। पुलिस ने अगली बार पूछा, तो वो फिर हंसने लगा और हंसते हुए उसने बताया, कि वो जानता है, कि 6 महीने की बच्ची कहां है। अमरजीत बार बार वहां मौजूद पुलिसवालों के चेहरे को देखता और जोर से हंसने लगता। ऐसे में पुलिसवालों को लगा, कि इस बच्चे से पूछताछ में वक्त बर्बाद कर रहे हैं। लिहाजा उन्होंने बच्ची की फिर से तलाश शुरू कर दी।
मुसहरी गांव में तफ्तीश करने आई पुलिस ने एक बार सोचा, कि अमरजीत से बात कर वो वक्त बर्बाद कर रही है, लेकिन एक पुलिसवाले ने जब किसी भी तरह का कोई क्लू मिल जाए, ये जानने के लिए कई बार और अमरजीत से बातचीत करनी शुरू की तो उसने हंसते हुए कहा, कि अगर उसे बिस्किट मिले। तो वो सब बता देगा। जिसके बाद पुलिसवाले उसे बिस्किट का पैकेट देते हैं। जिसके बाद अमरजीत ने हंसते हुए गायब हुई 6 महीने की बच्ची के बारे में बताया। कि उसने उसे खपरैल से मारकर सुला दिया है। आठ साल के अमरजीत के मुंह से ये बात सुनकर पुलिसवालों को एक पल के लिए सांप सूंघ गया।
फिर उन्होंने अमरजीत को उस जगह ले चलने के लिए कहा, जहां उसने बच्ची को मारकर सुलाया था। जिसके बाद अमरजीत पुलिसवालों के साथ साथ गांव के लोगों को उस जगह लेकर चला गया। जहां उसने बच्ची की हत्या कर दी थी। अमरजीत लोगों को लेकर स्कूल के पास एक झाड़ी में पहुंचा। जहां उसने 6 महीने की बच्ची की हत्या कर दी थी। बच्ची की लाश देखकर पुलिसवालों के साथ साथ ग्रामीणों के खून सूख गये। चारों तरफ दहशत का सन्नाटा पसर गया। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के दौरान अगर कोई हंस रहा था वो था अमरजीत।
8 साल के बच्चे अमरजीत को लेकर पुलिसवाले थाना आ गये, लेकिन इस दौरान अमरजीत पुलिसवालों को देखकर बार-बार हंस रहा था। ये कुछ ऐसा था। जैसे अमरजीत को पता ही नहीं हो कि उसने क्या किया है। जब थाने ले जाकर पुलिसवालों ने अमरजीत से पूछा कि उसने बच्ची की हत्या कैसे की है तो अमरजीत ने हंसते हुए बताया कि पहले तो वो बच्ची को स्कूल से उठाकर सुनसान जगह पर ले गया और फिर वहां उसने गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर दी और फिर उसने खपरैल से उसे खूब मारा। अमरजीत की बात सुनकर पुलिस सन्न रह गई की आखिर 8 साल का बच्चा ये सब कैसे कर सकता है।
6 महीने की बच्ची की हत्या की कहानी जानने के बाद अब पुलिस ने अमरजीत से पिछली हत्याओं के बारे में जानना शुरू किया और पूछा, कि अब तक उसने किस- किस को खपरैल से मारकर सुलाया है। जिसपर अमरजीत ने पुलिस से कहा कि और बिस्किट देने पर वो बाकी बात बताएगा जिसके बाद पुलिसवालों ने उसे और बिस्किट दिए। जिसके बाद अमरजीत ने जो सनसनीखेज कहानी सुनाई उसे सुनकर पुलिसवाले भी कांप गये। पुलिस की रूह तक कांप गई।
बिस्किट खाते हुए अमरजीत ने पुलिस को बताया, कि वो अपनी 8 महीने की बहन और 8 साल की अपनी बहन की हत्या कर चुका है। अब पुलिसवाले कांप उठे थे क्योंकि उनके सामने एक सीरियल किलर था, जिसकी उम्र सिर्फ आठ साल थी। पुलिसवाले इस बच्चे से कैसे डील करते, उन्हें कुछ नहीं पता था। अमरजीत के मुंह से कत्ल की कहानी सुनने के बाद पुलिसवालों ने उसके परिवारवालों को थाने बुलाया और उनसे पूछताछ की जिसके बाद अमरजीत के परिवारवालों ने कहा कि उन्हें पता चल गया था, कि अमरजीत ने ही दोनों की हत्या की है। परिवारवालों ने बताया, कि जब बच्चियां गायब हुई थी, तो उन्होंने अमरजीत से उनके बारे में पूछा था और अमरजीत ने उन्हें सारी बातें सच बता दी थीं। घरवालों ने कहा कि मर्डर के बाद उन्होंने अमरजीत की खूब पिटाई की थी और अमरजीत ने उनसे कहा था। कि आज के बाद वो ऐसा कभी नहीं करेगा।
आखिर अमरजीत ने तीन बच्चियों की हत्याएं क्यों की पुलिस ने इस वजह को जानने के लिए अमरजीत से उसके पीछे की वजह पूछी। तो फिर बिस्किट खाकर हंसता हुआ अमरजीत बोला कि उसे ऐसा करने में मजा आता है। अमरजीत ने पुलिसवालों को बताया। कि जब वो उन्हें मारता है और वो दर्द से चिल्लाती हैं। तो उसे वो देखने में काफी मजा आता था और इसीलिए उसने उन्हें मार दिया। अमरजीत से उसकी खूनी कहानी सुनने के बाद पुलिसवालों ने उसे मानसिक अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया। जहां जांच के दौरान पता चला। कि अमरजीत एक दिमागी बीमारी ‘कंडक्ट डिसऑर्डर’ से पीड़ित है। जिसकी वजह से वो दूसरों को दर्द में देखकर खुश हो जाता था और वो किसी का कत्ल कर रहा था। उसे इसका आभास नहीं हो पाता था और इसीलिए वो बिना डर हंसकर सारी बातें बता देता था। वहीं बाद में कोर्ट ने अमरजीत को बाल सुधार गृह में भेज दिया।