Rajasthan Kota Student Suicide update: 16 वर्षीय बिहार के छात्र ने हॉस्टल में की आत्महत्या: एंटी-हैंगिंग डिवाइस के बावजूद हुई दुखद घटना
शिक्षानगरी कोटा शहर में एक और दुखद घटना सामने आई है। जहां एक 16 वर्षीय बिहार के छात्र ने अपनी जान दे दी है। दरअसल शुक्रवार रात एक छात्र हॉस्टल के रूम में छत के पंखे से लटका हुआ मिला। इसके घटना के बाद हड़कंप मच गया और पुलिस ने शव उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि छात्रावास के जिस कमरे में यह शव लटका मिला है। उस कमरे केमें पंखे में आत्महत्या रोकने के लिए एंटी-हैंगिंग डिवाइस लगा है।
मयंक वैशाली (बिहार) जिले के गांव मन्नार भीकमपुरा भटोली का रहने वाला था। 11वीं का छात्र मयंक कोटा के विज्ञान नगर इलाके के रोड नंबर 5 स्थित वेलकम प्राइम हॉस्टल में रहता था। शनिवार को उसके पिता निलेश सिंह सहित परिवार के अन्य सदस्य कोटा पहुंचे थे। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर बॉडी सौंप दी।
19 दिसंबर को आखिरी बात हुई थी
बैंक ऑफ बड़ौदा में कार्यरत् मयंक के पिता निलेश ने बताया- आखिरी बार 19 दिसंबर को मयंक से बात हुई थी। उसने बताया था कि हॉस्टल चेंज हो रहा है। सभी बच्चे दूसरे हॉस्टल में शिफ्ट होने वाले हैं। पढ़ाई में मयंक अच्छा था। मैट्रिक में 70 प्रतिशत अंक हासिल किया था। वह मेरी इकलौती संतान था।
अपनी इच्छा से कोटा आया था
निलेश सिंह (मृतक के पिता) ने बताया- मयंक (मृतक) अपनी इच्छा से ही कोटा में पढ़ाई के लिए आया था। यहां पर पढ़ाई का प्रेशर नहीं झेल पाया। कोचिंग क्लास से अक्सर एब्सेंट रहने की उसकी शिकायतें आती थीं। जब हम लोग बात करते थे तो कहता था कि सेकेंड बैच में कोचिंग जाएगा। वह अपने दादाजी से ज्यादा बात किया करता था।
सुबह 10 बजे परिवार वालों से बात हुई थी
विज्ञान नगर सीआई मुकेश मीणा ने बताया- प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि मयंक ने 19 दिसंबर की रात को खाना खाया था। 20 दिसंबर की सुबह 10 बजे परिवार वालों से उसकी बात हुई थी। इसके कुछ देर बात परिवार वालों ने फिर से फोन लगाया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ। परिवार वालों ने फौरन वार्डन को कॉल किया और बताया कि मयंक फोन नहीं उठा रहा है। कमरे तक वार्डन गए। कमरा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी अंदर से कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद वार्डन ने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर मयंक की लाश लटक रही थी।
कमरे में लगा था हैंगिंग डिवाइस, फिर भी नहीं बचाया जा सका
विज्ञान नगर थाना सीआई मुकेश मीणा ने बताया- 20 दिसंबर की सुबह साढ़े 10 बजे के करीब सुसाइड की सूचना मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंचे। स्टूडेंट ने फंदा पंखे के हुक में लगाया था। इसकी वजह से हैंगिंग डिवाइस ने काम नहीं किया। हैंगिंग डिवाइस पंखे में लगाए जाते हैं। फंदे से उसका कोई कनेक्शन नहीं हुआ। इस वजह से स्टूडेंट को नहीं बचाया जा सका।
एंटी हैंगिंग डिवाइस है क्या?
यह डिवाइस सामान्य सीलिंग फैन में ही इंस्टॉल की जाती है। बाजार में दो तरह की डिवाइस आती है। एक हैंगिंग रॉड में ही लगी होती है। जिससे अगर कोई फंदा लगाने का प्रयास करेगा तो उसके वजन से अलार्म बज जाता है। इससे हॉस्टल संचालक को सुसाइड अटेम्प्ट की जानकारी मिल जाती है।