पीकेसी-ईआरसीपी का उद्घाटन होने के बाद राजस्थान के पास सबसे ज्यादा पानी होगा। जो आने वाली 7 पीढ़ियों की आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
भजनलाल सरकार का एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान पहुंच गए हैं। करीब 11:15 बजे उनका विशेष विमान जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ है। वहां पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उनका स्वागत किया है। वे जयपुर में करीब 3 घंटे तक रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी वाटिका रोड पर आयोजित ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ प्रोग्राम में शामिल होंगे और वहां से बिजली, पानी, सड़क, रेलवे से जुड़ी 46300 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।
46,300 करोड़ की 24 परियोजनाओं का शिलान्यास
- प्रधानमंत्री 11,000 करोड़ रुपए से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। जिनमें 7 केंद्र सरकार और 2 राज्य सरकार की परियोजनाएं शामिल हैं।
- वे 35,300 करोड़ रुपए से अधिक की 15 परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। जिनमें 9 केंद्र सरकार और 6 राज्य सरकार की शामिल हैं।
- जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। उनमें नवनेरा बैराज, स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन नेटवर्क और एसेट मैनेजमेंट सिस्टम परियोजनाएं, भीलड़ी-समदड़ी-लूनी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ खंड का रेलवे विद्युतीकरण और दिल्ली-वडोदरा ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट (एनएच-148एन) (एसएच-37ए के जंक्शन तक मेज नदी पर प्रमुख पुल) परियोजना के पैकेज 12 सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।
- प्रधानमंत्री 9,400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य और नवनेरा बैराज से चंबल नदी पर एक्वाडक्ट के माध्यम से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी पहुंचाने की प्रणाली की आधारशिला रखेंगे।
- प्रधानमंत्री सरकारी कार्यालय भवनों पर छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामां और पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल पारेषण लाइन के रेट्रोफिटिंग कार्य का भी शिलान्यास करेंगे।
- लूनी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया जाएगा।
दो चरण में होगा काम
पीकेसी-ईआरसीपी प्रोजेक्ट का पहला चरण चार साल में पूरा होगा। इसमें नवनेरा बैराज से बीसलपुर और ईसरदा तक पानी लाया जाएगा। इसके तहत रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज, नौनेरा में नहरी तंत्र और पपिंग स्टेशन मेज नदी पर पपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। दूसरे चरण का प्लान फाइनल कर रहे हैं।