Dimple Meena Murder Case: राजस्थान मोबाइल टावर पर चढ़े दो व्यक्ति: डिंपल मीना हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग
राजस्थान जयपुर में सोमवार को मीना समुदाय के दो व्यक्ति मोबाइल टावर पर चढ़ गए और उन्होंने अपनी समुदाय की लड़की डिंपल मीना के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई जांच की मांग की। ये दोनों व्यक्ति डिंपल मीना हत्याकांड मामले की निष्पक्ष जांच के लिए आवाज़ उठा रहे हैं।
करौली जिले के हिंडौन सिटी की 10 साल की मूक-बधिर बच्ची डिंपल मीणा हत्याकांड मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर सोमवार को दो युवक जयपुर में मोबाइल टावर पर चढ़ गए। पुलिस लगातार समझाइश के प्रयास कर रही है। लेकिन फिलहाल दोनों युवक मोबाइल टावर पर चढ़े हुए हैं। और अपनी मांग पूरी करने का लिखित में आश्वासन देने की जिद पर अड़े हैं। इसकी जानकारी मिलने पर मौके पर सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर को मौके पर तैनात किया गया है। जबकि पुलिस जाप्ता भी तैनात किया गया है। टावर के पास नेट भी लगाया गया है।
दोनों युवक अपनी मांग पर अड़े हुए हैं
पुलिस के मुताबिक दोनों युवक करौली जिले के हिंडौन सिटी की 10 वर्षीय मूक-बधिर लड़की डिंपल मीना की हत्या और बलात्कार के मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रहे हैं। दोनों ने मोबाइल टावर पर चढ़ने के बाद अपनी मांगों को लेकर प्रशासन के सामने लिखित आश्वासन की जिद की है।
जयपुर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ललित कुमार शर्मा ने बताया “दो लोग टावर पर चढ़ गए हैं। और हमें जानकारी मिली है कि वे डिंपल मीना हत्याकांड के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उनसे बातचीत चल रही है और उन्हें सुरक्षित नीचे उतारने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग: सीबीआई जांच
इन युवकों का आरोप है कि पुलिस ने डिंपल मीना हत्याकांड में सही तरीके से कार्रवाई नहीं की है। जिसके चलते वे सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि केवल सीबीआई की निगरानी में ही इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव हो सकती है।
पांच महीने से जयपुर में चल रहा धरना
मृतका डिंपल मीणा के परिजनों पिछले पांच महीने से धरना दे रहे हैं। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के बाहर स्थित शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं। तेज गर्मी और बारिश के दिनों में भी चाचा, ताऊ, दादी और परिवार के अन्य सदस्य शहीद स्मारक पर धरना देकर बैठे रहे। जब सरकार के किसी नुमाइंदे ने उनकी मांग नहीं सुनी तो परेशान होकर परिवार के दो सदस्य कमल मीणा और टीकाराम सोमवार 11 नवंबर की दोपहर को मोबाइल टावर पर चढ गए।
क्या है मामला
दरअसल करौली जिले के हिंडौन में 9 मई को सुबह 9 से 10 बजे के बीच घर के बाहर खेल रही 10 साल की मूक बधिर बच्ची को घर से 100 मीटर दूर खेत में पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। इसके बाद निर्वस्त्र बच्ची दौड़ती हुई अपने घर पहुंची थी। अपने ऊपर पानी डाल लिया था। बच्ची ने मां को इशारों में समझाने की कोशिश कि दो लोग पटरियों की तरफ भाग गए। आग से बच्ची बुरी तरह से झुलस चुकी थी।
घटना के बाद परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। बच्ची की हालत नाजुक थी। लिहाजा 9 मई को ही बच्ची को जयपुर SMS रेफर कर दिया गया था। 14 मई को शाम करीब 6:30 बजे मूक बधिर एक्सपर्ट द्वारा बच्ची के बयान रिकॉर्ड किए गए। 20 मई को इलाज के दौरान मौत होने के बाद 21 मई को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।