Jaipuria Hospital News Update: जयपुर के जयपुरिया हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने इस्तीफा भेजा: RUHS कुलपति की कार्यशैली से नाराज
जयपुर के रुकमणी देवी बेनी प्रसाद जयपुरिया हॉस्पिटल के अधीक्षक ने डॉक्टर महेश मंगल ने सरकार को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया है। राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइसेंज (RUHS) के कार्यवाहक कुलपति डॉक्टर धनंजय अग्रवाल की कार्यशैली से खफा होकर डॉ. मंगल ने इस्तीफा दिया है।
जयपुर के रुकमणी देवी बेनी प्रसाद जयपुरिया हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने एक बार फिर से सरकार को इस्तीफा पत्र भेज दिया है। इस बार उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज (RUHS) के कार्यवाहक कुलपति डॉ. धनंजय अग्रवाल की कार्यशैली से नाराज होकर यह कदम उठाया है। डॉ. मंगल का यह इस्तीफा पत्र इस साल में दूसरी बार भेजा गया है। जब उन्होंने अपनी कार्यशैली और प्रशासनिक विवादों के कारण इस्तीफा देने की बात कही थी।
पहले भी दिया था इस्तीफा पत्र
इससे पहले 29 मई को भी डॉ. महेश मंगल ने इस्तीफा पत्र भेजा था। उस समय तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) शुभ्रा सिंह की विजिट के दौरान हॉस्पिटल में अव्यवस्थाएं पाई गईं थीं। जिसके बाद डॉ. मंगल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए इस्तीफा पत्र भेजा और अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपने की बात की थी।
विवादों में घिरे रहे डॉ. महेश मंगल
डॉ. महेश मंगल के पद पर रहते हुए हॉस्पिटल में कई विवाद सामने आ चुके हैं। हाल ही में उनके ड्राइवर का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह हॉस्पिटल की इमरजेंसी में आए मरीजों को इंजेक्शन लगाते हुए नजर आ रहे थे। इस मामले में आरयूएचएस के प्रिंसिपल ने डॉ. मंगल से स्पष्टीकरण मांगा और नोटिस जारी किया।
महिला नर्सिंग ऑफिसर की शिकायत और अन्य विवाद
करीब 8 महीने पहले, हॉस्पिटल में कार्यरत एक महिला नर्सिंग ऑफिसर ने डॉ. महेश मंगल के खिलाफ प्रताड़ित करने की शिकायत की थी। महिला नर्सिंग ऑफिसर ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके पति को लगातार प्रताड़ित किया गया। इसके बाद नर्सिंग ऑफिसर ने सरकार को भी शिकायत दी थी। इस मामले के बाद कुछ अन्य स्टाफ मेंबर्स जिनमें पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर भी शामिल थे। ने भी डॉ. मंगल के खिलाफ प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे।
प्रशासनिक दबाव और विवादों के बाद इस्तीफा
डॉ. महेश मंगल के इस्तीफे का यह दूसरा मामला है। जब उन्होंने प्रशासनिक दबाव और कार्यशैली में खामी के कारण इस्तीफा दिया है। उनके खिलाफ लगने वाले आरोपों ने एक बार फिर से हॉस्पिटल प्रशासन के सामने सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है और क्या इस बार डॉ. मंगल के इस्तीफे को स्वीकार किया जाएगा या कोई अन्य समाधान निकाला जाएगा।