Tamil Nadu: साउथ सुपरस्टार थलापति विजय ने राजनीति में एंट्री ली: पार्टी का झंडा और चिह्न किया लॉन्च
साउथ सुपरस्टार थलापति विजय ने राजनीति में एंट्री ले ली है । और रविवार को अपनी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के पहले सम्मेलन को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में विजय ने अपनी पार्टी तमिलगा वेट्री कजगम (TVK) की विचारधारा और लक्ष्यों को साझा किया। और लाखों समर्थकों के बीच अपने संकल्प के बारे में विस्तार से बताया ।
विजय ने रैली में जोर देकर कहा कि तमिल को अदालतों और मंदिरों की भाषा के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए। यह केवल भाषा का प्रश्न नहीं है। बल्कि तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने का अभियान है। उन्होंने पार्टी के ध्वज को फहराते हुए समर्थकों को उत्साह के साथ संबोधित किया।
द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद को अलग करना उद्देश्य नहीं
तमिलगा वेत्री कझगम की विचारधारा पर चर्चा करते हुए अभिनेता से राजनेता बने विजय ने इस बात पर जोर दिया कि उनका उद्देश्य द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद को अलग करना नहीं है। उन्होंने कहा ‘ये इस देश की दो आंखें हैं। हमें खुद को किसी एक पहचान तक सीमित नहीं रखना चाहिए।’ उन्होंने धर्मनिरपेक्ष सामाजिक न्याय की विचारधाराओं पर अपनी पार्टी की नींव को रेखांकित किया और कहा कि टीवीके उसी के अनुसार काम करेगी।
तमिलनाडु के लोगों पर अपनाभरोसा जताते हुए विजय ने कहा कि वे राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों में टीवीके को सबसे बड़ी पार्टी बनाने के लिए वोट देंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद अगर पार्टियां उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहती हैं। तो टीवीके उन्हें सरकार में हिस्सा देगी। विजय ने NEET की उम्मीदवार और अरियालुर की छात्रा अनीता की आत्महत्या को भी याद किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाएँ उनके राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। ‘हम महिलाओं को वैचारिक नेता के रूप में गर्व से पेश करने वाली पहली राजनीतिक पार्टी हैं।’
इस अनावरण के साथ यह साफ हो गया है। कि थलापति विजय अब केवल सिनेमा तक सीमित नहीं रहेंगे। वे तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनके इस नए कदम से तमिलनाडु की राजनीति में नई संभावनाओं का उदय हुआ है। और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीवीके और थलापति विजय का राजनीतिक सफर कैसा रहेगा।