Rajasthan SI Paper Leak Case: क्या रद्द होगी SI भर्ती?: SI भर्ती रद्द हुई तो 809 का करियर खतरे में: सीएम भजनलाल शर्मा सरकार लेगी फैसला
राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक मामले में कई लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. इस मामले में एसओजी ने 76 लोगों को गिरफ़्तार किया था, जिनमें 50 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर शामिल थे. गिरफ़्तार ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों ने हरियाणा की गैंग से 20 से 40 लाख रुपये में सॉल्वड पेपर खरीदा था ।
इस मामले में, राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार, और पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के बीच इस संबंध में सहमति बनी थी ।
सचिवालय में विधि मंत्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता में SI भर्ती परीक्षा को लेकर अंतिम बैठक हो गई है। मंत्रियों की कमेटी की इस बैठक के बाद यह माना जा रहा है कि 13 अक्तूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में या सीएम भजनलाल शर्मा के प्रस्तावित विदेश दौरे से पूर्व इस पर सरकार फैसला ले लिया जाएगा।
माना जा रहा है कि 13 अक्तूबर को कैबिनेट की बैठक और मुख्यमंत्री के विदेश दौरे से पूर्व रिपोर्ट दे दी जाएगी और फैसला हो जाएगा। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हमने भर्ती निरस्त करने के गुणावगुणों को लेकर भी बैठक में विचार विमर्श कर लिया है। अधिकारियों से तथ्यात्मक जानकारी लेने का काम पूरा कर लिया है। अब हम मंत्रियों की आपसी 1-2 बैठक करके रिपोर्ट दे देंगे, जिस पर अंतिम निर्णय सरकार को ही करना है।
हरियाणा गैंग की संलिप्तता और पेपर लीक का खुलासा
एडीजी (SOG) वीके सिंह के अनुसार, पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि हरियाणा की गैंग के पास भी राजस्थान SI भर्ती परीक्षा का पेपर था, जिसे उन्होंने लाखों में बेच दिया। मोनिका जाट, रेणू चौहान, और नीरज यादव ने इस गैंग से 20-40 लाख रुपये देकर पेपर खरीदा था। आरोपी मोनिका ने स्वीकार किया कि उसने एक परिचित के माध्यम से हरियाणा गैंग से पेपर खरीदा। SOG इस बात की जांच में लगी है कि आखिर पेपर लीक का मुख्य स्रोत कौन है – यूनिक भांभू या फिर हरियाणा की गैंग ने इसे लीक किया था।
SOG की हरियाणा और अन्य जगहों पर छापेमारी
पेपर लीक मामले में SOG की टीमें हरियाणा समेत अन्य जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। इसके तहत उन सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है, जिनसे हरियाणा की गैंग ने पेपर बेचा था। SOG ने चारों ट्रेनी SI को कोर्ट में पेश कर 17 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। जांच में नए नाम और संबंधित संलिप्तताएं सामने आने की संभावना है।
5 घंटे की बहस के बाद मंजूर हुआ रिमांड
इसके करीब 3 घंटे बाद कोर्ट में दुबारा सुनवाई हुई. स्वदीप सिंह होरा ने कहा कि नीरज के साथ मारपीट हुई है. इस पर एसओजी के वकील ने कहा कि वह तो ऐसा कहेगा ही. हमारे पास मेडिकल रिपोर्ट्स है, वह देख लिया जाए. इस पर स्वदीप सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि सीसीटीवी फुटेज कोर्ट में पेश किया जाए. हालांकि दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने करीब 5 घंटे बाद रिमांड मंजूर की
17 अक्टूबर तक की रिमांड पर आरोपी, कोर्ट में जबरदस्त जिरह
कोर्ट में को काफी तीखी बहस हुई. आरोपी ट्रेनी एसआई नीरज की तरफ से पैरवी करते हुए वकील स्वदीप सिंह होरा ने यह दलील दी कि क्योंकि नीरज को ‘ग्राउंड ऑफ अरेस्ट और रीजन ऑफ अरेस्ट’ लिखित में नहीं बताए गए हैं, इसलिए यह गिरफ्तारी अवैध है. एसओजी की तरफ से एपीपी सागर तिवाड़ी ने कहा कि सभी आरोपियों को ग्राउंड और रीजन लिखित में बताए गए हैं.
क्या रद्द होगी भर्ती?
कल ही इस मामले में मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक भी हुई. बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई. फिलहाल समिति के सदस्यों की राय अलग अलग है. मंत्री अब आपस में बैठक कर एक राय बनाएंगे और मुख्यमंत्री को अंतिम रिपोर्ट सौंपेंगे. इसमें दुबारा परीक्षा आयोजित करने, परीक्षा रद्द करने, गिरफ्त में आए ट्रेनी एसआई को बर्खास्त करने और जांच जारी रख कर कार्रवाई करने के विकल्प सुझाए जा सकते हैं. चर्चा है कि 13 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस पर फैसला हो सकता है।