Rajasthan phone tape case:अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा ने फोन टैप कांड में किए बड़े खुलासे:फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा से 6 घंटे पूछताछ:साथ ही कहा कि अशोक गहलोत से पूछताछ करनी चाहिए:अशोक गहलोत पर लगाए आरोप
फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा से 6 घंटे पूछताछ, क्राइम ब्रांच को दिया 7 पेज का बयान, मांगी परिवार की सुरक्षा लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच ने 6 घंटे की पूछताछ की. इस पूछताछ के दौरान लोकेश शर्मा ने सात पेज का बयान दर्ज किया. साथ ही कहा कि अशोक गहलोत से पूछताछ करनी चाहिए
Rajasthan Phone Taping Case: राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार में फोन टैपिंग का मामला सामने आया था. वहीं इस मामले में जांच कर रही क्राइम ब्रांच पर राज्य सरकार द्वारा दर्ज मामले की वजह से रोक लगी थी. लेकिन अब वह रोक हटा ली गई है. जिसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके तहत पूर्व अशोक गहलोत की सरकार में ओएसडी रहे लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए दिल्ली क्राइम ब्रांच के समक्ष उपस्थित होने का नोटिस जारी किया गया था. इसके बाद बुधवार (25 सितंबर) को लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए और कलमबंद बयान दर्ज करवाया.
बताया जा रहा है कि लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच ने 6 घंटे की पूछताछ की. इस पूछताछ के दौरान लोकेश शर्मा ने सात पेज का बयान दर्ज किया. इसमें उन्होंने फोन टैपिंग की किसी भी बात से इनकार करते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं.
यह है पूरा मामला
तत्कालीन जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाया था कि मार्च 2021 में उनके फोन को अवैध रूप से टैप किया गया. उन्होंने इसे लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज कराया था. इस मामले में लोकेश शर्मा ने खुद के खिलाफ दायर एफआईआर रद्द करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दायर की थी, जिसकी अगली सुनवाई 27 सितंबर को होगी. फिलहाल हाईकोर्ट ने लोकेश शर्मा की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है. फोन टैपिंग को लेकर इसके पहले लोकेश शर्मा ने कहा था कि उन्हें सोशल मीडिया से ऑडियो क्लिप मिले थे और उन्होंने केवल राजस्थान की जनता को सत्य बताने का काम किया. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मामले में उनकी कोई सीधी भूमिका नहीं थी और वह सिर्फ उन निर्देशों का पालन कर रहे थे, जो उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले थे.