मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान लॉन्च कर बच्चों को पिलाई दवा

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत करते हुए बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षक दवा पिलाई। प्रदेशभर में एक करोड़ से अधिक बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। 58,823 बूथ बनाए गए और मोबाइल एवं ट्रांजिट टीमें घर-घर पहुंचकर दवा पिलाएंगी।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने किया राज्यस्तरीय अभियान का शुभारंभ :

जयपुर : मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षक दवा पिलाकर राज्यस्तरीय उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। उन्होंने पांच वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता से इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोलियो एक अत्यंत घातक संक्रामक रोग है, जो बच्चे के जीवन और भविष्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए 5 वर्ष से कम उम्र के हर बच्चे को पोलियो की दो बूंद दवा अवश्य दी जानी चाहिए।
“यह सिर्फ अभियान नहीं, सुरक्षित भविष्य की जिम्मेदारी” — मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
श्री शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह सिर्फ एक स्वास्थ्य अभियान नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करने का महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा—
“दो बूंद दवा ही पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से रक्षा कर सकती है। हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि कोई भी बच्चा इस दवा से वंचित न रहे।”
प्रदेशभर में एक करोड़ से अधिक बच्चों को पिलाई जाएगी दवा :
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस वर्ष के उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत लगभग 1 करोड़ 8 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। ये सभी बच्चे जन्म से लेकर 5 वर्ष की आयु तक के हैं।
रविवार को प्रदेशभर के पोलियो बूथों पर दवा पिलाने की व्यवस्था की गई। जो बच्चे किसी कारण बूथ पर नहीं पहुंच सके, उन्हें अगले दो दिनों तक स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे।
प्रदेशभर में 58,823 पोलियो बूथ स्थापित :
इस विशाल अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से व्यापक व्यवस्थाएं की गईं।
अभियान की प्रमुख व्यवस्थाएं:
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58,823 पोलियो बूथ स्थापित
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6,741 ट्रांजिट टीमें — बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व यात्रा मार्गों पर
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8,989 मोबाइल टीमें — घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने के लिए
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हजारों स्वास्थ्यकर्मी, ASHA व ANM कार्यकर्ता तैनात
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि ट्रांजिट टीमें यह सुनिश्चित करेंगी कि यात्रा कर रहे बच्चे भी इस खुराक से वंचित न रहें।
मुख्यमंत्री भजनलाल ने किया ‘दो बूंद हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार’ पोस्टर का विमोचन :

अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने विशेष जागरूकता पोस्टर जारी किया।
इस पोस्टर का उद्देश्य है कि हर अभिभावक अपने 5 वर्ष तक के बच्चे को दो बूंद दवा पिलाने के महत्व को समझे।
अभियान के दौरान अधिकारियों की मौजूदगी :
इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री ए. राठौड़, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी और बच्चों के अभिभावक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी क्षेत्र में दवा पिलाने से एक भी बच्चा वंचित न रहे, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
राजस्थान की पोलियो-मुक्त स्थिति बनाए रखना प्राथमिक लक्ष्य :
भारत 2014 में पोलियो-मुक्त घोषित हो चुका है। लेकिन पोलियो वायरस के संभावित पुनः प्रसार को रोकने के लिए WHO दिशानिर्देशों के अनुसार विशेष अभियान हर वर्ष चलाए जाते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि पड़ोसी देशों में अभी भी पोलियो के केस मिलते हैं, इसलिए सतर्कता और नियमित प्रतिरक्षण अत्यंत आवश्यक है।
अभिभावकों से अपील :
सरकार ने अभिभावकों से अनुरोध किया है:
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5 वर्ष तक के हर बच्चे को दवा अवश्य पिलाएं
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बूथ पर नहीं पहुंच पाने की स्थिति में घर-घर आने वाली टीम को सहयोग दें
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बच्चों के टीकाकरण कार्ड को नियमित रूप से अपडेट रखें
मुख्यमंत्री ने कहा—
“पोलियो अभियान में जनता की सक्रिय भागीदारी ही राजस्थान को भविष्य में भी पोलियो-मुक्त बनाए रखने की कुंजी है।”
निष्कर्ष :
उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान राजस्थान सरकार का बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चलाया जा रहा यह अभियान न केवल स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देगा, बल्कि पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी के खिलाफ राजस्थान की लड़ाई को और मजबूत करेगा।
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