आईस्टार्ट राजस्थान 2025: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूती

आईस्टार्ट राजस्थान 2025 : राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में आईस्टार्ट पोर्टल और इनक्यूबेशन प्रोग्राम स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, कौशल विकास और रोजगार अवसर प्रदान कर रहा है। अब तक 7100+ स्टार्टअप्स जुड़े और 42,500+ रोजगार सृजित हुए।
आईस्टार्ट राजस्थान 2025: स्टार्टअप्स को निवेश और रोजगार अवसर
राजस्थान में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा मिल रहा है। राज्य सरकार की पहल से आईस्टार्ट कार्यक्रम और आईस्टार्ट पोर्टल के माध्यम से स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, कौशल विकास, इनक्यूबेशन और व्यवसाय विस्तार जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस प्रयास से राजस्थान में रोजगार सृजन, निवेश में वृद्धि और स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
आईस्टार्ट राजस्थान (एकीकृत स्टार्टअप प्लेटफ़ॉर्म) राज्य के नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक वन-स्टॉप गेटवे के रूप में कार्य कर रहा है। इस पोर्टल के माध्यम से स्टार्टअप्स को हर स्तर पर सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय और नवाचार को तेज़ी से विकसित करने में मदद मिलती है।
आईस्टार्ट पोर्टल: स्टार्टअप्स के लिए एकीकृत मंच

राज्य सरकार ने www.istart.rajasthan.gov.in पोर्टल को संचालित किया है, जो देश के बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल है। इस पोर्टल पर 7100 से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं और उन्हें 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश मिल चुका है। इस निवेश के जरिए राज्य में 42,500 से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं।
आईस्टार्ट पोर्टल स्टार्टअप्स को मान्यता, उन्नयन, कौशल विकास, प्रोत्साहन और फंडिंग जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। पोर्टल पर सरकारी अधिकारियों, मेंटर्स, छात्रों, शिक्षकों, व्याख्याताओं और प्रशासकों के लिए डैशबोर्ड भी उपलब्ध हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म स्टार्टअप्स को सभी आवश्यक जानकारी और सुविधाओं के लिए वन-स्टॉप समाधान प्रदान करता है।
क्यूरेट प्रोग्राम और बूट कैंप
क्यूरेट प्रोग्राम देश का एकमात्र स्टार्टअप रेटिंग तंत्र है। इसमें स्टार्टअप्स का मूल्यांकन किया जाता है और उन्हें वित्तीय सहायता और इनक्यूबेशन के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
स्टार्टअप संस्थापकों को उनके उत्पाद, व्यावसायिक योजना और बाजार रणनीति में सुधार करने के लिए बूट कैंप आयोजित किए जाते हैं। इन बूट कैंप में:
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निवेश क्षमता बढ़ाने
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उत्पाद और रणनीति की समीक्षा
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व्यावसायिक चुनौतियों को हल करने
पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
यह कार्यक्रम स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने और उन्हें निवेश योग्य बनाने में मदद करता है।
आईस्टार्ट नेस्ट: इनक्यूबेशन और मेंटरशिप प्रोग्राम
आईस्टार्ट नेस्ट नेटवर्क स्टार्टअप्स को इनक्यूबेशन, मेंटरशिप, बाजार संपर्क, निवेशक नेटवर्क और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करता है। इनक्यूबेशन प्रोग्राम के तहत:
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मुफ्त स्थान और कनेक्टिविटी
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कंप्यूटर हार्डवेयर और बुनियादी ढांचा
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निवेशकों और सलाहकारों के नेटवर्क
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राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से संपर्क
की सुविधा प्रदान की जाती है।
राजस्थान में इनक्यूबेशन सेंटर इस प्रकार हैं:
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जयपुर (टेक्नोहब) – देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब, 700+ स्टार्टअप्स के लिए जगह और 1,50,000 वर्ग फुट इनक्यूबेशन स्पेस
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भरतपुर, उदयपुर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर, पाली और चूरू – आईस्टार्ट नेस्ट इनक्यूबेटर
इस नेटवर्क से स्टार्टअप्स को नवाचार विकसित करने और व्यवसाय विस्तार के लिए हरसंभव सहायता मिलती है।
राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहायता
राज्य सरकार स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इसके अंतर्गत:
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आईडिया/प्रोटोटाइप चरण: 2.4 लाख रुपये (महिला स्टार्टअप्स के लिए 3 लाख रुपये)
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सीड चरण: 60 लाख रुपये
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ऋण सहायता: 2 करोड़ रुपये तक
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इक्विटी सहायता: 5 करोड़ रुपये तक
इसके अलावा, ई-बाजार पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत स्टार्टअप्स को सरकारी विभागों से 25 लाख रुपये तक के सीधे कार्यादेश मिल सकते हैं। अब तक विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा 168 कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं, जिनकी कुल राशि 30 करोड़ रुपये से अधिक है।
आईस्टार्ट लॉन्चपैड और अटल नवाचार प्रोग्राम
राज्य सरकार स्कूल और कॉलेज के छात्रों में उद्यमिता और नवाचार की भावना बढ़ाने के लिए 33 जिलों में 65 आईस्टार्ट लॉन्चपैड नेस्ट संचालित कर रही है।
अटल नवाचार प्रोग्राम में छात्रों को निम्न क्षेत्रों में मार्गदर्शन मिलता है:
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एवीजीसी-एक्सआर
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कोडिंग
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रोबोटिक्स
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एग्रीटेक
इन प्रोग्राम्स के माध्यम से छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों और नवाचार में कौशल विकसित करने का अवसर मिलता है। जयपुर, उदयपुर, बीकानेर और भरतपुर प्रमुख जिले हैं।
विद्यालयों में स्टार्टअप प्रोग्राम और ग्रामीण नवाचार
स्कूल स्टार्टअप प्रोग्राम के माध्यम से अब तक 1,16,000+ छात्र आईस्टार्ट पोर्टल पर पंजीकरण कर चुके हैं। छात्रों को स्व-रोजगार, व्यवसायिक कौशल और उद्यमिता की जानकारी दी जाती है। मॉड्यूल पूरा करने पर छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है।
ग्रामीण आईस्टार्ट प्रोग्राम ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त कर रहा है। अब तक 800+ ग्रामीण स्टार्टअप्स ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। यह कार्यक्रम कृषि और ग्रामीण विकास में नवाचार और आर्थिक परिवर्तन को बढ़ावा देता है।
राजस्थान में स्टार्टअप इकोसिस्टम का प्रभाव
आईस्टार्ट राजस्थान और इनक्यूबेशन प्रोग्राम से स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, मेंटरशिप और नवाचार अवसर मिल रहे हैं। इस पहल से:
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रोजगार सृजन में वृद्धि
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निवेश में तेजी
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स्टार्टअप इकोसिस्टम का मजबूती
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विद्यार्थियों और ग्रामीण उद्यमियों के लिए अवसरों का विस्तार
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में यह प्रयास राजस्थान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित कर रहा है।
राजस्थान में आईस्टार्ट प्लेटफॉर्म, टेक्नोहब, नेस्ट नेटवर्क और लॉन्चपैड के माध्यम से व्यवसाय, नवाचार और कौशल विकास के क्षेत्र में एक नया युग आरंभ हुआ है। यह पहल युवाओं, नवप्रवर्तकों और उद्यमियों को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता हासिल करने में मदद कर रही है।
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