Jaipur News : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अहम बैठक, सह सरकार्यवाह अरुण कुमार का दो दिवसीय प्रवास
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार के दो दिवसीय जयपुर प्रवास के दौरान संगठन की गतिविधियों और भविष्य की रणनीतियों को लेकर अहम बैठकें आयोजित की गईं। इस दौरान उन्होंने संघ के आनुषंगिक संगठनों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व के साथ गहन विचार-विमर्श किया। यह दौरा राजस्थान में संघ और उसके सहयोगी संगठनों की कार्ययोजना को मजबूती प्रदान करने के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

फाइल फोटो
संगठनात्मक गतिविधियों पर गहन मंथन
सूत्रों के अनुसार, अरुण कुमार ने अपने प्रवास के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, सेवा भारती, विद्या भारती और विश्व हिंदू परिषद (VHP) जैसे संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठकें कीं। इन बैठकों में संगठन की जमीनी स्थिति, वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। सह सरकार्यवाह ने प्रत्येक संगठन से उनकी गतिविधियों, उपलब्धियों और चुनौतियों का फीडबैक लिया, ताकि संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत किया जा सके।
भाजपा के साथ समन्वय पर जोर
बैठकों में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल राठौड़ की मौजूदगी ने इस प्रवास के राजनीतिक महत्व को और बढ़ा दिया। सूत्रों का कहना है कि अरुण कुमार ने संघ के कार्यकर्ताओं और भाजपा नेतृत्व के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया। जनहित के मुद्दों पर दोनों संगठनों के बीच समन्वय को और मजबूत करने की दिशा में रणनीतिक चर्चाएं हुईं। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कि संगठन और पार्टी मिलकर सामाजिक और राष्ट्रीय हितों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सकें।
राजस्थान में संगठन विस्तार की रणनीति
जानकार सूत्रों के मुताबिक, इस प्रवास का उद्देश्य राजस्थान में संघ और उसके आनुषंगिक संगठनों की जमीनी पकड़ को और मजबूत करना था। बैठकों में संगठन के विस्तार, कार्यकर्ताओं की सक्रियता और सामाजिक कार्यों में उनकी भागीदारी पर विशेष जोर दिया गया। इसके अलावा, वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक हालात को देखते हुए आगामी रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया। सह सरकार्यवाह ने कार्यकर्ताओं को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए प्रेरित किया।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अरुण कुमार का यह जयपुर प्रवास संघ और भाजपा के बीच संबंधों को नई दिशा दे सकता है। खास तौर पर राजस्थान जैसे महत्वपूर्ण राज्य में, जहां भाजपा सत्तारूढ़ है, संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल से नीतिगत और सामाजिक पहलकदमियों को गति मिल सकती है। विश्लेषकों का यह भी कहना है कि यह दौरा आगामी महीनों में होने वाली संगठनात्मक गतिविधियों और चुनावी रणनीतियों के लिए आधार तैयार कर सकता है।
प्रवास का व्यापक महत्व
अरुण कुमार का यह प्रवास न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ के सह सरकार्यवाह के नेतृत्व में हुई इन बैठकों से राजस्थान में संगठन की गतिविधियों को नई गति मिलने की उम्मीद है। साथ ही, यह दौरा यह संदेश भी देता है कि संघ और उसके आनुषंगिक संगठन सामाजिक बदलाव और राष्ट्रीय हितों के लिए एकजुट होकर कार्य करने को प्रतिबद्ध हैं।
इस प्रवास के माध्यम से संघ राजस्थान में अपनी रणनीतियों को सुदृढ़ कर रहा है और संगठनात्मक तथा राजनीतिक दृष्टिकोण से आगामी योजनाओं की रूपरेखा तैयार कर रहा है। यह दौरा संघ और भाजपा के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, सामाजिक कार्यों को प्रोत्साहित करने और कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने के लिहाज से ऐतिहासिक माना जा रहा है।

