Jitendra Kumar Panchayat Series: इंजीनियर नहीं, एक्टर बनना था किस्मत में: जितेंद्र कुमार की प्रेरणादायक यात्रा
आमतौर पर IIT में पढ़ने वाले बच्चे इंजीनियर बनते हैं और मोटी सैलरी पर विदेश में काम करते हैं। लेकिन एक्टर जितेंद्र कुमार की कहानी थोड़ी अनोखी है। हिंदी में एग्जाम देकर पहले तो उन्होंने IIT क्रैक किया। जब वहां पहुंचे तो इंजीनियरिंग से ज्यादा दिल एक्टिंग करने में लगा। शायद किस्मत को भी उनका एक्टर बनना ही मंजूर था। इसलिए कैंपस प्लेसमेंट में उनको नौकरी ही नहीं मिली।

अपनी सादगी भरी एक्टिंग से ये दर्शकों के दिल छू रहा है। एक्टिंग के दिग्गजों के साथ काम करने वाला ये एक्टर काफी पढ़ा लिखा है। IIT से पढ़ाई कर के फिल्मों में आया ये एक्टर कोई और नहीं बल्कि ‘पंचायत’ के सचिव जी यानी जितेंद्र कुमार हैं। आज वे ओटीटी की दुनिया के सबसे पसंदीदा चेहरों में से एक हैं। लेकिन उनकी यात्रा न केवल अभिनय से जुड़ी है। बल्कि उनकी एजुकेशनल बैकग्राउंड और संघर्ष भी उतने ही प्रेरणादायक हैं।
बचपन और पढ़ाई- एक छोटे गांव से आईआईटी तक
1 सितंबर 1990 को राजस्थान के अलवर जिले के छोटे से गांव खैरथल में जन्मे जितेंद्र कुमार का झुकाव बचपन से ही अभिनय की ओर था। वे अक्सर शाहरुख खान, नाना पाटेकर और अमिताभ बच्चन की नकल कर घरवालों और दोस्तों को मनोरंजित करते थे, लेकिन अभिनय के इस जुनून के साथ-साथ पढ़ाई में भी वे अव्वल रहे। उनके पिता ने उन्हें कोटा भेजा ताकि वे IIT प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर सकें, और जितेंद्र ने सभी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए IIT खड़गपुर में सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। IIT में पढ़ाई के दौरान उनका रुझान थिएटर की ओर और गहरा हुआ। वे हिंदी टेक्नोलॉजी ड्रामेटिक सोसाइटी से जुड़ गए, जहां उनकी मुलाकात हुई TVF के भविष्य के क्रिएटिव डायरेक्टर बिस्वपति सरकार से। यहीं से उनकी अभिनय यात्रा ने असली उड़ान भरी।
क्लियर किया था जेईई एग्जाम
जितेंद्र कुमार ने दुनिया के सबसे मुश्किल एग्जामों में से एक जेईई परीक्षा पास की थी. उन्होंने जेईई मेन और जेईई एडवांस दोनों पास करने के बाद आईआईटी खड़गपुर में एडमिशन लिया था. फिर अपने पिता की राह पर चलते हुए उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री ली. वो भले ही इंजीनियर बन चुके थे, लेकिन उनकी दिलचस्पी एक्टिंग में थी.
हालांकि, इंजीनियरिंग करते समय उन्होंने एक्टर बनने का सपना देखा और फिर इंजीनियरिंग में करियर बनाने के बजाय सपनों की मुंबई पहुंच गए।
वहीं करियर के शुरुआती समय में जितेंद्र को कुछ खास पहचान नहीं मिली, लेकिन वो कभी भी अपनी मेहनत से पीछे नहीं हटे। इसके बाद साल 2019 में उन्होंने वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री ‘में जीतू भैया का दमदार किरदार निभाकर सबके दिलों में अपनी खास पहचान बना ली।
मेरी पहली फिल्म ‘चमनबहार’ थी, लेकिन ‘गॉन केश’ इससे पहले रिलीज हो गई थी। इसके बाद मैंने आयुष्मान खुराना के साथ ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ किया। फिर मेरी फिल्म ‘जादूगर’ आई। लेकिन ‘कोटा फैक्ट्री’, ‘पंचायत’ ने मेरी एक्टिंग को वो पहचान दी, जिसके लिए मैं लंबे समय से कोशिश कर रहा था
इन फिल्मों में किया शानदार काम
इसके बाद 2020 में आई वेब सीरीज ‘पंचायत’ ने उनकी लोकप्रियता को कई गुना बढ़ा दिया। ग्रामीण भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित इस शो में उन्होंने सरल, ईमानदार और संवेदनशील सचिव अभिषेक त्रिपाठी की भूमिका निभाकर देशभर के दर्शकों का दिल जीत लिया। अब वे OTT प्लेटफॉर्म्स के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेताओं में शुमार हैं। भले ही OTT ने उन्हें पहचान दिलाई हो, लेकिन जितेंद्र फिल्मों में भी लगातार सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2014 में फिल्म ‘शुरुआत का इंटरवल’ से डेब्यू किया और इसके बाद ‘गॉन केश’, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’, ‘जादूगर’ और हालिया फिल्म ‘ड्राई डे’ में भी अपनी छाप छोड़ी है। हाल ही में वे ‘पंचायत सीजन 4’ में नजर आए, जिसमें उनके अभिनय को एक बार फिर बेहद सराहा गया।
वहीं बात करें जितेंद्र की नेट वर्थ की तो वो 7 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। इसके साथ ही वो सोशल मीडिया पर ब्रांड्स प्रमोशन से भी तगड़ी कमाई करते हैं। इसके साथ-साथ उनके पास मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें भी हैं।आपको बता दें अब जितेंद्र जल्द ही पंचायत 5 में सचिव जी के रोल में नजर आएंगे ।