Indo-Nepal International Conference 2025: इंडो-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस 2025 का भव्य आयोजन संपन्न: भारत-नेपाल चिकित्सा सहयोग को मिला नया आयाम
काठमांडू, नेपाल भारत और नेपाल के बीच चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने हेतु आयोजित इंडो-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस (इंडोनेपालकॉन) 2025 का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

काठमांडू में आयोजित इस बहुप्रतीक्षित सम्मेलन में दोनों देशों के वरिष्ठ चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारियों, पुलिस प्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सम्मेलन के मुख्य संयोजक रूप सिंह कुमावत एवं मनोज कंदोई ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में नवीनतम ज्ञान का आदान-प्रदान करना और आपदा एवं आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को सशक्त बनाना था।
इस दौरान बेसिक लाइफ सपोर्ट, ट्रॉमा केयर, आपदा प्रबंधन और सामुदायिक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा संवाद और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए।
प्रमुख वक्ताओं की प्रमुख बातें
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डॉ. राजेश शर्मा ने कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में AED (ऑटोमैटेड एक्सटर्नल डिफाइब्रिलेटर) की उपयोगिता पर जोर दिया।
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डॉ. लोकेंद्र शर्मा ने एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस और एंटीबायोटिक के विवेकपूर्ण उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी।
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SMS मेडिकल कॉलेज ट्रॉमा सेंटर, जयपुर के बिजेंद्र और राधे लाल शर्मा ने CPR (बेसिक लाइफ सपोर्ट) पर कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया।
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डॉ. जे. पी. अग्रवाल ने लाइफस्टाइल मेडिसिन की आधुनिक चुनौतियों पर व्याख्यान दिया।
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डॉ. ओ. पी. शर्मा ने राजस्थान की सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी साझा की।
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डॉ. मेघेंद्र शर्मा (संगठन सचिव, विज्ञान भारती) ने प्राचीन भारतीय चिकित्सा विज्ञान की वर्तमान प्रासंगिकता पर महत्वपूर्ण विचार रखे।
इसके अतिरिक्त, RUHS मेडिकल कॉलेज, जयपुर से जुड़े एम.डी. एवं पीएच.डी. विद्यार्थियों ने ऑनलाइन माध्यम से शोध पत्र एवं पोस्टर प्रस्तुतियाँ दीं, जिससे शैक्षणिक सहभागिता को भी नया आयाम मिला। इंडोनेपालकॉन 2025 ने न केवल चिकित्सा क्षेत्र में भारत-नेपाल सहयोग को सुदृढ़ किया बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय मंच के रूप में भविष्य की द्विपक्षीय पहलों के लिए भी मार्ग प्रशस्त किया। आयोजकों एवं प्रतिभागियों ने इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल बताया।