Jaipur News: कैबिनेट मंत्री अशिष शेलार ने इनोवेटर्स को आमंत्रित किया: लायंस क्लब ने ₹500 करोड़ वार्षिक सामुदायिक निवेश की जानकारी दी
जयपुर सामाजिक परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए महाराष्ट्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक कार्य मंत्री, अशिष शेलार ने “वी सर्व इंडिया नेशनल अवार्ड्स” में इनोवेटर्स, चेंजमेकर्स और शोधकर्ताओं से राज्य सरकार की त्रैमासिक राउंडटेबल चर्चाओं में भाग लेने का आह्वान किया।

इस विजन की पुष्टि करते हुए, लायंस क्लब इंटरनेशनल के इंटरनेशनल फर्स्ट वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर पाल सिंह ने इस आयोजन में लॉयन्स क्लब्स द्वारा सामुदायिक विकास में सालाना ₹500 करोड़ से अधिक के बढ़ते निवेश को रेखांकित किया।
“वी सर्व इंडिया नेशनल अवार्ड्स”, जो कि लायंस क्लब इंटरनेशनल और फोर्ब्स इंडिया की एक संयुक्त पहल है। ने विशेषज्ञों, इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं और उद्यमियों सहित कई क्षेत्रों के नेताओं को एक मंच पर एकत्रित किया। ताकि समाज में सार्थक योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों का सम्मान किया जा सके। यह आयोजन मुंबई में संपन्न हुआ, जो गुवाहाटी, कोच्चि और सूरत में आयोजित जोनल कार्यक्रमों का भव्य समापन था। इसमें महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरणीय सततता जैसे क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर किए गए प्रयासों और बड़े पैमाने पर प्रभाव डालने वाली परियोजनाओं को सम्मानित किया गया।
शेलार ने सेवा-आधारित संगठनों और व्यक्तियों के लिए अनुकूल वातावरण विकसित करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “सेवा एक प्रगतिशील समाज की नींव है। हमें ऐसे प्रयासों को डिजाइन और समन्वित करना चाहिए जो सामाजिक उत्थान को बढ़ावा दें, और मैं उन सभी लोगों को आमंत्रित करता हूँ जो बदलाव ला रहे हैं कि वे हमारे सरकार के राउंडटेबल चर्चाओं में अपने विचार साझा करें।
भारत में सामाजिक सेवा संगठनों की भूमिका में आ रहे बदलाव इस आयोजन का प्रमुख विषय रहा। सिंह ने लॉयन्स क्लब की बदलती कार्यशैली पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हम एक सहयोगात्मक युग में काम कर रहे हैं, जहां स्थानीय हितधारक अपनी समुदायों को सबसे बेहतर जानते हैं। हमारा उद्देश्य उन्हें संसाधनों और संरचित समर्थन के माध्यम से सशक्त बनाना है। चाहे वह महिलाओं को सशक्त करने वाली माइक्रोफाइनेंस पहलकदमी हो या स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता अभियान, हमारा लक्ष्य स्थायी प्रभाव बनाना है।
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि सेवा पहलों में युवा पीढ़ी की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। सिंह ने युवाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में शामिल करने की वकालत करते हुए कहा, “हमें युवाओं को उनके अपने तरीके से नेतृत्व करने का अवसर देना चाहिए। लॉयन्स क्लब्स इंटरनेशनल में हमारे अंतरराष्ट्रीय बोर्ड में दो युवा सदस्य हैं, जो नए दृष्टिकोण के साथ हमारे मिशन का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
विशेषज्ञों ने सामूहिक रूप से यह स्वीकार किया कि बड़े पैमाने पर सामुदायिक पहलों की सफलता की असली कसौटी जमीनी स्तर पर उनके ठोस प्रभाव में निहित है, जहां जिनकी सेवा की जा रही है, वे सचमुच सशक्त और समर्थ महसूस करें। प्रभाव मूल्यांकन अब पहुंच प्रयासों का आकलन करने का एक अहम उपकरण बन चुका है, जो संगठनों को अपनी रणनीतियों को अधिक प्रभावशाली बनाने में मदद करता है। लोक कल्याण कार्यक्रमों और जमीनी संगठनों के बीच साझेदारियों ने यह दिखाया है कि जब लोग केवल लोगों के लिए नहीं, बल्कि लोगों के साथ काम करते हैं, तभी असली बदलाव संभव होता है। इन प्रयासों को पहचानना और उनका जश्न मनाना न केवल उनकी महत्ता को रेखांकित करता है, बल्कि सेवा और सहयोग की एक व्यापक संस्कृति को भी प्रेरित करता है।
इस आयोजन में जिन लोगों को सम्मानित किया गया, उनमें वन्यजीव संरक्षण के लिए बॉलीवुड संगीतकार एवं गायक अभिषेक रे; ओडिशा की आदिवासी किसान रैमती घुरिया, जिन्हें मिलेट की रानी के रूप में जाना जाता है; शैक्षिक अधिगम एवं कौशल विकास के लिए आदित्य मेहता फाउंडेशन के संस्थापक आदित्य जितेन्द्र कुमार मेहता; महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आस्था परिवारकी प्रबंधक सीमा सय्यदः स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य के लिए सोलफ्री ट्रस्ट की संस्थापक प्रीति श्रीनिवासन; और कचरा प्रबंधन एवं पुनर्चक्रण के लिए पर्यावरणविद् जननी वेकिटेश शामिल रहे।
लायंस क्लब इंटरनेशनल और फोर्ब्स इंडिया द्वारा प्रस्तुत “वी सर्व इंडिया नेशनल अवार्ड्स” के उद्घाटन संस्करण ने देश भर में सेवा आधारित पहलों की बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया। इस आयोजन ने उन व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता दी जो मापनीय सामाजिक प्रभाव पैदा कर रहे हैं और सरकार, गैर-लाभकारी संस्थाओं तथा जमीनी प्रयासों के बीच सहयोग की बढ़ती संस्कृति को उजागर किया