IGNOU Convocation Held: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित: राज्यपाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ाने पर दिया जोर
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली का 38वां दीक्षांत समारोह का बीएचयू में आयोजित किया गया। इस वर्ष वाराणसी केन्द्र से कुल 3823 विद्यार्थियों को विभिन्न डिग्रियां प्रदान की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम रहे।

श्री बागडे ने बुधवार को हरिशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान ‘रीपा’ में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, जयपुर के दीक्षांत समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत ज्ञान-विज्ञान में आरंभ से ही समृद्ध रहा है। यहां नालंदा जैसा महान विश्वविद्यालय था। यहां सुदूर देशों से विद्यार्थी पढ़ने आते थे। उन्होंने बख्तियार खिलजी द्वारा नालंदा के पुस्तकालय को जलाने की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान को नष्ट करने के निरंतर प्रयास हुए परन्तु वे सफल नहीं हुए। उन्होंने राजस्थान को शूरवीरों की भूमि बताते हुए कहा कि बप्पा रावल ने सौ सालों तक विदेशी आक्रमणकारियों को यहां आने नहीं दिया।

राज्यपाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ाने पर दिया जोर
राज्यपाल ने कहा कि भारत विश्वभर में अपनी प्राचीन ज्ञान परंपरा के लिए श्रेष्ठ रहा है। दशमलव पद्धति भारत की देन है, और ऋषि भारद्वाज ने वायुयान विज्ञान का उल्लेख अपने ग्रंथों में बहुत पहले कर दिया था। न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत बाद में बताया, जबकि वैदिक ग्रंथों में इसका उल्लेख पहले से ही था। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भारतीय ज्ञान को दबाने का प्रयास किया, इसलिए विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाते हुए उन्हें भारतीय ज्ञान-विज्ञान से जोड़ा जाना जरूरी है।
राज्यपाल बागड़े ने नकल की प्रवृत्ति रोकने, रोजगार प्राप्त करने की मानसिकता की बजाय रोजगार देने वाला बनने, और मुक्त शिक्षा के माध्यम से वंचित लोगों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे, और सभी को देश को अग्रणी बनाने में योगदान देना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को डिग्री और पदक प्रदान किए। साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय को निर्देश दिया कि वह शिक्षा प्राप्त करने वाले श्रमिकों और रोजगार के साथ पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए रिकॉर्ड संधारित करे।
राज्यपाल ने इससे पहले इग्नू के रिजनल सेंटर की गतिविधियों की प्रदर्शनी लोकार्पण किया। इससे पहले क्षेत्रीय निदेशक डाॅ. ममता भाटिया ने इग्नू के पाठ्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। श्री राममूर्ति मीना ने सभी का आभार व्यक्त किया।