Bigg Boss 18: बिग बॉस 18 अविनाश मिश्रा और चाहत पांडे की ऑनस्क्रीन दुश्मनी: लेकिन असल जिंदगी में एक खास मंदिर का कनेक्शन
बिग बॉस 18 में शामिल कंटेस्टेंट अविनाश मिश्रा और चाहत पांडे पहले से एक-दूसरे को जानते हैं। दोनों ने एक साथ टीवी सीरियल्स में काम किया है और उनकी ऑनस्क्रीन जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। हालांकि बिग बॉस 18 के प्रीमियर एपिसोड में इन दोनों ने खुलासा किया था कि वे असल जिंदगी में दोस्त नहीं बल्कि दुश्मन हैं।
इस दुश्मनी का असर बिग बॉस के घर में भी देखने को मिल रहा है। लेकिन हाल ही में अविनाश ने अपनी दोस्त ईशा सिंह के साथ एक दिलचस्प बात साझा की।
‘नथ’ सीरियल का यादगार सीन
अविनाश ने बताया कि वह और चाहत एक बार मुंबई के पास स्थित एक मंदिर में गए थे, जहां एक सीन में उन्होंने चाहत को अपनी गोद में उठाकर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ीं। यह सीन ‘नथ’ सीरियल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। जिसमें अविनाश (आर्यन) अपनी ऑनस्क्रीन पत्नी महुआ (चाहत) को अपनी बाहों में उठाकर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ते हैं। अविनाश की यह बात सुनकर ईशा सिंह ने भी उस मंदिर के बारे में याद करते हुए कहा कि उन्होंने भी उस मंदिर की सीढ़ियां घुटनों के बल चढ़ी थीं। हालांकि ईशा यहां सीरियल के सीन की बात नहीं कर रही थीं। बल्कि वह अपनी असल जिंदगी की बात कर रही थीं।
कौन सा है वह खास मंदिर?
अविनाश और ईशा जिस मंदिर की बात कर रहे थे। वह विरार इलाके में स्थित एक प्राचीन मंदिर है, जिसे मां जीवदानी का मंदिर कहा जाता है। यह मंदिर मुंबई से लगभग डेढ़ घंटे की दूरी पर है और लगभग 150 साल पुराना है। इस मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालुओं को 1375 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना पांडवों ने की थी और यहां स्थित देवी मां जीवदानी (मां चंडिका) की पूजा की जाती है।
श्रद्धालुओं के लिए चुनौतीपूर्ण चढ़ाई
हर साल विशेषकर नवरात्रि और वीकेंड के दौरान लाखों भक्त अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए नंगे पांव या घुटनों के बल सीढ़ियां चढ़कर मंदिर में पहुंचते हैं। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि एक चुनौती भी है। क्योंकि सीढ़ियों की लंबाई और चढ़ाई का संघर्ष भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव देता है।
मंदिर का महत्व
मां जीवदानी के इस मंदिर में दर्शन करने के लिए हर उम्र और पृष्ठभूमि के लोग आते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्व रखता है और यहां की सीढ़ियां चढ़ने का अनुभव भक्तों के लिए यादगार बन जाता है।
इस मंदिर का कनेक्शन अविनाश और चाहत के साथ न सिर्फ रील लाइफ से जुड़ा हुआ है। बल्कि उनकी रियल लाइफ भी इस स्थान से जुड़ी हुई है। जो दोनों के लिए खास है।