पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 2025 की शुरुआत : जनजागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस

पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 2025 की शुरुआत जयपुर में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई। स्वास्थ्य विभाग आधुनिक तकनीक, सुरक्षित प्रक्रियाओं और विशेषज्ञ परामर्श के साथ पुरुषों को परिवार नियोजन अपनाने हेतु प्रेरित कर रहा है। अभियान में विभिन्न संस्थान, टीमें और स्वास्थ्य कर्मी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं।
पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 2025 का जयपुर में शुभारम्भ :

राजस्थान के जयपुर जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 2025 का औपचारिक शुभारम्भ स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया। इस अभियान का उद्देश्य पुरुषों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाना, भ्रांतियों को दूर करना और सुरक्षित नसबंदी प्रक्रिया के बारे में सही जानकारी उपलब्ध कराना है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे अपनी प्राथमिक योजनाओं में शामिल करते हुए जिलेभर में विशेष शिविरों और जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शुरू कर दिया है।
सरकारी स्वास्थ्य विभाग का प्रमुख लक्ष्य—जागरूकता और भागीदारी बढ़ाना
पुरुष नसबंदी पखवाड़ा हर वर्ष आयोजित किया जाता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि 2025 का अभियान विशेष महत्व रखता है, क्योंकि पिछले वर्षों में पुरुषों की भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही थी। परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की सक्रियता बढ़ाना इस वर्ष का मुख्य लक्ष्य है।
अधिकारी बताते हैं कि नसबंदी की प्रक्रिया सरल, सुरक्षित और पूरी तरह वैज्ञानिक है, जिसे लेकर कई तरह की गलतफहमियाँ फैली हुई हैं। इन्हें दूर करने के लिए चिकित्सकों, एएनएम, आशा सहयोगिनियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और सामाजिक संस्थाओं की मदद से बड़े स्तर पर जागरूकता फैलाई जाएगी।
आधुनिक और सुरक्षित तकनीक से बदलेगा दृष्टिकोण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार पुरुष नसबंदी अब पुराने दौर की जोखिमपूर्ण प्रक्रिया नहीं है। इसे ‘नो-स्केलपेल वेसक्टॉमी’ तकनीक से किया जाता है, जिसमें चीरा बहुत छोटा होता है और रोगी को बहुत कम दर्द महसूस होता है।
चिकित्सकों ने बताया कि यह प्रक्रिया केवल 10–15 मिनट में पूरी हो जाती है तथा रोगी कुछ ही घंटों में सामान्य गतिविधियाँ शुरू कर सकता है। किसी भी तरह की शारीरिक क्षमता या यौन क्रियाओं पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता, जबकि आमतौर पर लोगों में इसके विपरीत भ्रांतियाँ मौजूद रहती हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलेभर में लगाए जा रहे विशेष शिविर
पखवाड़े के दौरान जयपुर जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और जिला अस्पतालों में पुरुष नसबंदी के लिए विशेष काउंटर खोले गए हैं।
इन शिविरों में:
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नसबंदी प्रक्रिया की जानकारी
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विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श
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नि:शुल्क ऑपरेशन सुविधा
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ऑपरेशन के बाद देखभाल से जुड़ी जानकारी
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आवश्यक दवाइयाँ और दस्तावेज
उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी सेवाएँ पूरी तरह निःशुल्क होंगी और पात्र पुरुषों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी।
परिवार नियोजन में पुरुषों की ज़िम्मेदारी पर मुख्य फोकस
अभियान का केंद्रीय संदेश है—“परिवार नियोजन में पुरुष भी बराबर की भूमिका निभाएँ”।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, परिवार नियोजन में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की भागीदारी काफी कम है। अधिकांश मामलों में महिलाएँ ही गर्भनिरोधक उपाय अपनाती हैं, जबकि पुरुष नसबंदी सुरक्षित और स्थायी विकल्प है।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि समाज में पुरुषों की भागीदारी बढ़ने से—
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महिलाओं पर शारीरिक बोझ कम होगा,
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परिवार नियोजन के परिणाम बेहतर होंगे,
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जनसंख्या नियंत्रण में अधिक प्रभावी परिणाम सामने आएँगे,
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स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव कम होगा।
एएनएम, आशा वर्कर और सामाजिक संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका
अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जमीनी स्तर पर कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम और स्वास्थ्य सहयोगियों को विशेष प्रशिक्षण दिया है।
वे घर-घर जाकर पुरुषों और परिवारों को जागरूक कर रही हैं।
इसके अतिरिक्त कई स्वयंसेवी संस्थाएँ, पंचायत स्तर के प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी जागरूकता बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं।
भ्रांतियों को दूर करने के लिए विशेष IEC गतिविधियाँ
सामाजिक भ्रांतियों को खत्म करना अभियान का अहम हिस्सा है। इसके लिए जयपुर में विभिन्न स्थानों पर IEC (Information, Education & Communication) गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं—
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नुक्कड़ नाटक
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पोस्टर अभियान
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सोशल मीडिया जागरूकता
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जनप्रतिनिधियों के संदेश
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डॉक्टरों के वीडियो बयान
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स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता सत्र
इन गतिविधियों के माध्यम से पुरुषों को यह संदेश दिया जा रहा है कि नसबंदी सुरक्षित, सरल और प्रभावी विधि है।
सरकारी प्रोत्साहन और सुविधाएँ
पुरुष नसबंदी करवाने वाले पात्र व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि, स्वास्थ्य सुरक्षा और ऑपरेशन के बाद फॉलोअप सुविधा उपलब्ध है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लाभार्थियों को किसी भी प्रकार की औपचारिकता में परेशान नहीं होना पड़ेगा।
आगामी दिनों की तैयारी—लक्ष्य बढ़ाने की योजना
स्वास्थ्य विभाग की योजना है कि पखवाड़े के दौरान अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचकर रिकॉर्ड स्तर की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
इस बार लक्ष्य केवल आंकड़े बढ़ाना नहीं, बल्कि स्थायी बदलाव लाना है, जिससे आने वाले वर्षों में पुरुष नसबंदी की स्वीकृति और संख्या लगातार बढ़ सके।
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