सरदार पटेल 150: जयपुर से रवाना होगी यमुना प्रवाह, सीएम भजनलाल शर्मा हरी झंडी दिखाएंगे

सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर जयपुर से रवाना होगी यमुना प्रवाह, सीएम भजनलाल शर्मा हरी झंडी दिखाएंगे। यूनिटी मार्च देश की एकता और अखंडता का संदेश देगा। राजस्थान के पुष्कर, अजमेर, जोधपुर होते हुए मार्च का समापन गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर होगा।
जयपुर से सरदार पटेल 150वीं जयंती यूनिटी मार्च के तहत यमुना प्रवाह रवाना, सीएम भजनलाल शर्मा दिखाएंगे हरी झंडी
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जयपुर : भाजपा के महामंत्री जितेन्द्र गोठवाल ने बताया कि भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर पूरे देश में निकाली जा रही यूनिटी मार्च के तहत बुधवार को जयपुर से यमुना प्रवाह रवाना की जाएगी। यह विशेष आयोजन देश की एकता, अखंडता और सरदार पटेल के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार सुबह 9:30 बजे जयपुर के अमर जवान ज्योति स्थल से यमुना प्रवाह को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस अवसर पर भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। यमुना प्रवाह राजस्थान के विभिन्न शहरों का दौरा करते हुए गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवड़िया पर समापन करेगी।
यूनिटी मार्च का मार्ग और कार्यक्रम :
जितेंद्र गोठवाल ने बताया कि यमुना प्रवाह का मार्ग बेहद विस्तृत और ऐतिहासिक महत्व वाला है। जयपुर से यह प्रवाह पुष्कर, अजमेर, जैतारण, जोधपुर, पाली और माउंट आबू होते हुए गुजरात में प्रवेश करेगी। प्रत्येक शहर में स्थानीय जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया जाएगा।
मार्च के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी:
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26 नवंबर: जयपुर से रवाना होकर दिन में कॉलेज संपर्क अभियान, शाम को पुष्कर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह।
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27 नवंबर: अजमेर में योग कार्यक्रम, छात्र परिसर संपर्क और पौधारोपण, रात्रि में जोधपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रम।
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28 नवंबर: जोधपुर में मेहरानगढ़ किला अवलोकन, पाली के लिए प्रस्थान, और रात्रि में माउंट आबू में सांस्कृतिक कार्यक्रम।
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29 नवंबर: आबू से गुजरात के आणंद के लिए प्रस्थान, और मार्च का समापन स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर किया जाएगा।
इस आयोजन का उद्देश्य केवल यात्रा नहीं है, बल्कि यह देश की विविधता में एकता का प्रतीक बनकर समाज में एकजुटता का संदेश देगा।
सरदार पटेल का योगदान और महत्व :
सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत को एक सूत्र में पिरोने का ऐतिहासिक कार्य किया। उनके दृढ़ नेतृत्व और दूरदर्शिता के कारण ही भारत का एकीकरण संभव हुआ। यूनिटी मार्च इसी भावना के अनुरूप देशभर में निकाली जा रही है।
जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि “यूनिटी मार्च का उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक तक सरदार पटेल के योगदान और उनके देशभक्ति के संदेश को पहुंचाना है। यह प्रवाह युवाओं और आम जनता में राष्ट्रभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करेगा।”
भव्य स्वागत और नागरिक सहभागिता :
यूनिटी मार्च के दौरान हर शहर में स्थानीय जनता, छात्र-छात्राएं और सामाजिक संगठन सहभागिता करेंगे। जयपुर, पुष्कर, अजमेर, जोधपुर और माउंट आबू में विशेष स्वागत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक स्थल पर भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी स्थानीय जनता को कार्यक्रम की जानकारी देंगे और सरदार पटेल की जीवनगाथा से परिचित कराएंगे।
इस आयोजन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी शामिल होंगी, जो भारतीय संस्कृति और देशभक्ति के प्रतीक होंगी। मार्च का समापन स्थल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी होगा, जहाँ सभी प्रतिभागी और नेता एकत्र होकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश :
यूनिटी मार्च केवल एक प्रतीकात्मक यात्रा नहीं, बल्कि यह नागरिकों और युवाओं को देशभक्ति, सामाजिक एकता और अखंडता का संदेश देने वाला आयोजन है। जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि यह मार्च विविधता में एकता को बढ़ावा देगा और प्रत्येक नागरिक में देशभक्ति की भावना जागृत करेगा।
मुख्य अतिथियों में सीएम भजनलाल शर्मा और भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मार्च के विभिन्न स्थलों में शामिल होंगे और अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएंगे।
सारांश और महत्व :
सरदार पटेल 150वीं जयंती के अवसर पर जयपुर से रवाना हुई यमुना प्रवाह मार्च देशभर में एकता और अखंडता का संदेश फैलाएगी। यह मार्च भारतीय जनता को इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं की प्रेरणाएँ देने के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करेगा।
यह कार्यक्रम निश्चित रूप से राजस्थान और गुजरात में जनभागीदारी और नागरिक जागरूकता को बढ़ावा देगा। युवा और छात्र-छात्राएं इस मार्च के माध्यम से सरदार पटेल की जीवनगाथा और उनके योगदान से प्रेरणा लेंगे।
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