शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने शिक्षा विभाग की खामियों और सीमांत स्कूलों की समस्याओं पर सवाल उठाए

शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने विधानसभा समिति के समक्ष शिक्षा विभाग की गंभीर खामियों, बढ़ते ड्रॉपआउट, रिक्त पदों, जर्जर स्कूलों, SIR प्रक्रिया के दबाव और बालिका सुरक्षा से जुड़े मुद्दे मजबूती से उठाए। उन्होंने सीमांत क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था सुधारने, बिजली–पानी, शौचालय, चारदीवारी और खेल सुविधाओं की त्वरित उपलब्धता की मांग भी की।
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने शिक्षा विभाग के समक्ष सीमांत क्षेत्र की गंभीर समस्याओं को मजबूती से उठाया

SIR प्रक्रिया में BLO व शिक्षकों पर बढ़ते दबाव पर भाटी की गहरी चिंता
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने विधानसभा की प्रश्न एवं संदर्भ समिति की बैठक में SIR प्रक्रिया के कारण BLO और शिक्षकों पर पड़ रहे अत्यधिक दबाव को अत्यंत चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि कार्यभार अत्यधिक बढ़ने से आत्महत्या जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ सामने आ रही हैं, जो शिक्षा तंत्र की गंभीर विफलता को दर्शाती हैं।
उन्होंने चेताया कि SIR प्रक्रिया में पूरा शिक्षा विभाग उलझा हुआ है और परीक्षाएँ निकट होने के कारण शिक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। भाटी ने समिति से SIR प्रक्रिया में तात्कालिक सुधार करने तथा शिक्षण कार्य को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
विद्यालयों में घटती संख्या और बढ़ते ड्रॉपआउट रेट पर चिंता
विधायक ने समिति का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित किया कि प्रदेश में सरकारी विद्यालयों की संख्या लगातार घट रही है।
उन्होंने कहा कि:
-
सरकारी स्कूलों में बच्चों के नामांकन में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है,
-
राज्य का 30% बजट बालिका शिक्षा पर खर्च होने के बावजूद बालिका शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है,
-
ड्रॉपआउट रेट में बढ़ोतरी प्रदेश के लिए बड़ा खतरा है।
भाटी ने कहा कि बढ़ते ड्रॉपआउट रेट को रोकना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
रिक्त पदों को तुरंत भरने और नए पद सृजित करने की मांग
विधायक भाटी ने शिक्षा विभाग में खाली पड़े शैक्षणिक और अशैक्षणिक पदों को तुरंत भरने की आवश्यकता दोहराई।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षण व्यवस्था को सुचारू व मजबूत बनाने के लिए विभाग में नए पदों का सृजन जरूरी है।
शिव विधानसभा क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था से जुड़े चिंताजनक तथ्य समिति के समक्ष प्रस्तुत
भाटी ने अपने सर्वेक्षण के आधार पर नीचे दिए गए गंभीर आंकड़े प्रस्तुत किए:
-
1583 पद रिक्त, तत्काल भर्ती आवश्यक
-
174 विद्यालय बिना चारदीवारी या अधूरी चारदीवारी वाले
-
258 विद्यालयों में छात्र अनुपात के अनुसार भवन अपर्याप्त
-
385 विद्यालय जर्जर एवं असुरक्षित भवनों में संचालित
-
71 विद्यालय एकल शिक्षक आधारित
-
कुछ विद्यालय पूरी तरह शिक्षक विहीन
उन्होंने कहा कि इन कमियों के रहते गुणवत्तापूर्ण शिक्षा संभव नहीं है।
बालिका सुरक्षा और खेल सुविधाओं के विस्तार की मांग
भाटी ने समिति के समक्ष बालिका शिक्षा और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई सुझाव दिए—
-
सभी विद्यालयों में पृथक शौचालयों की व्यवस्था,
-
बालिकाओं की सुरक्षा हेतु अधिक महिला शिक्षकों की नियुक्ति,
-
हरसानी में प्रस्तावित हैंडबॉल अकादमी को शीघ्र प्रारंभ करना,
-
शिक्षा विभाग में स्टफिंग पैटर्न लागू करना, ताकि स्टाफ की पोस्टिंग आवश्यकतानुसार हो सके।
कुक-कम-हेल्पर के मानदेय बढ़ाने की मांग
विधायक भाटी ने कहा कि मिड-डे मील में कार्यरत कुक-कम-हेल्पर अत्यंत कम मानदेय पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने मांग की—
-
आगामी बजट में इनके मानदेय में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी हो,
-
गरीब महिलाओं को स्थायीकरण के नाम पर भ्रमित करना बंद किया जाए।
375 करोड़ के बजट के उपयोग का विस्तृत विवरण मांगा
भाटी ने वर्ष 2025–26 की बजट घोषणा में विद्यालयों की मरम्मत, चारदीवारी और शौचालय निर्माण के लिए आवंटित 375 करोड़ रुपये की राशि का विस्तृत उपयोग विवरण मांगा।
उन्होंने कहा कि यह राशि शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर खर्च होनी चाहिए और इसकी पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
96 विद्यालयों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने की मांग
शिव क्षेत्र के डेजर्ट नेशनल पार्क क्षेत्र में 96 विद्यालय अभी भी बिजली से वंचित हैं।
भाटी ने समिति से अनुरोध किया कि सभी विद्यालयों में इस सत्र में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण सुनिश्चित किया जाए।
जल जीवन मिशन के तहत सभी विद्यालयों को जल कनेक्शन उपलब्ध कराने की पहल
विधायक भाटी ने जल जीवन मिशन के तहत सभी विद्यालयों को पाइपलाइन से जोड़ने और पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की।
विभाग ने विद्यालयों में शत-प्रतिशत जल उपलब्धता सुनिश्चित करने का आश्वासन भी दिया।
निजी विद्यालय में छात्रा की आत्महत्या पर भाटी की कड़ी प्रतिक्रिया
जयपुर में एक निजी विद्यालय में छात्रा की आत्महत्या के मामले पर विधायक भाटी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने दोषियों पर कठोर कार्रवाई और शिक्षा विभाग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
शिक्षा सुधार को लेकर भाटी का स्पष्ट संदेश
विधायक ने कहा—
“शिक्षा व्यवस्था हमारे भविष्य निर्माण की नींव है। यदि विद्यालय, शिक्षक और विद्यार्थी किसी भी प्रकार की समस्या से जूझते हैं, तो यह केवल शिक्षा नहीं बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। हम इन मुद्दों के समाधान तक संघर्ष जारी रखेंगे।”
Read More : राज्य स्तरीय घूमर महोत्सव में 6000 महिलाओं की अद्भुत प्रस्तुतिः उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने किया शुभारंभ

