श्रीडूंगरगढ़ में प्रजापति समाज समारोह, मंत्री कुमावत ने दी शिक्षा की सीख

श्रीडूंगरगढ़ में आयोजित प्रजापति समाज के प्रतिभा सम्मान समारोह में मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि समाज का भविष्य शिक्षा पर टिका है। युवाओं को उच्च और तकनीकी शिक्षा अपनाने, बेटियों को शिक्षित करने और समाज को नशामुक्त बनाने का आह्वान किया।
प्रजापति समाज के प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
बीकानेर : श्रीडूंगरगढ़ में रविवार को प्रजापति शिक्षा सेवा समिति द्वारा भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर पशुपालन, गौपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
मंत्री कुमावत ने कहा कि “किसी भी समाज का भविष्य शिक्षा पर टिका है। शिक्षित व्यक्ति ही समाज का दिशा निर्देशन कर सकता है।” उन्होंने कहा कि कोई भी समाज तभी प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकता है जब वह शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे।
बेटियों की उच्च शिक्षा पर विशेष बल
श्री कुमावत ने कहा कि “समय की आवश्यकता को देखते हुए समाज को बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।” उन्होंने कहा कि मशीन युग में तकनीकी शिक्षा की कमी समाज को पीछे धकेल सकती है, इसलिए युवाओं को आधुनिक शिक्षा के साथ तकनीकी दक्षता भी प्राप्त करनी चाहिए।
समाज में नशामुक्ति और एकता का आह्वान
कुमावत ने समाज को नशामुक्त बनाने के प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि “यदि समाज शिक्षा के साथ नशामुक्ति को अपनाएगा, तो उसका उत्थान निश्चित है।”
उन्होंने गुरु द्रोणाचार्य और एकलव्य के प्रसंगों के माध्यम से गुरु-शिष्य संबंधों का महत्व भी बताया।
सरकारी योजनाओं की जानकारी और लाभ
अपने संबोधन में मंत्री कुमावत ने कहा कि सरकार किसानों और समाज के उत्थान के लिए कई योजनाएँ चला रही है।
उन्होंने बताया कि मोबाइल वेटरनरी सेवा के तहत सिर्फ 1962 पर कॉल करने पर पशुओं के लिए तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।
साथ ही उन्होंने बताया कि गाय के गर्भाधान हेतु सिर्फ ₹70 में टीकाकरण और देवस्थान विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा लाभ प्रदान किए जा रहे हैं।
युवा पीढ़ी को दी प्रेरणा
श्रीयादे माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रह्लादराय टाक ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।” उन्होंने समाज के युवाओं से प्रशासनिक सेवाओं, राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो व्यक्ति को आत्मनिर्भर और समाज को सशक्त बनाती है।
अन्य गणमान्य अतिथियों का संबोधन
समारोह में विशिष्ट अतिथि श्री चंपालाल गेधर ने कहा कि समाज को राजनीतिक रूप से भी जागरूक होना होगा ताकि वह नीतिनिर्धारण में भागीदारी निभा सके।
एडवोकेट अशोक कुमार बोबरवाल, न्यायिक अधिकारी श्रीमती उर्मिला मारवाल, और कुम्हार महासभा के जिलाध्यक्ष श्री मूलचंद बोरावड़ सहित अन्य वक्ताओं ने भी शिक्षा और सामाजिक एकता पर अपने विचार रखे।
समाज की 150 से अधिक प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में प्रजापति समाज की 150 से अधिक मेधावी प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें 10वीं, 12वीं और उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएँ तथा सरकारी सेवाओं में चयनित युवा शामिल थे।
अध्यक्षता श्री जयचंदलाल अडावलिया ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन श्री विशाल स्वामी ने किया।
कार्यक्रम का समापन समाज एकता के संदेश के साथ
समारोह के अंत में मंत्री कुमावत और अन्य अतिथियों ने कहा कि समाज की प्रगति तभी संभव है जब हर परिवार शिक्षा को प्राथमिकता दे और युवा अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें।
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