Gold Price: सोने में ₹8000 की गिरावट, चांदी ₹28000 सस्ती — जानिए आगे क्या होंगे दाम?

Gold Price Today: सोना 8000 रुपये सस्ता, चांदी 28000 रुपये गिरी – जानिए क्यों हो रही है गिरावट और आगे क्या है संभावना
Gold Price: बीते कुछ दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। शादी और त्योहारों के सीजन से ठीक पहले सोने की कीमतों में आई इस गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों को राहत की सांस दी है। सोना जहां करीब 8000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हुआ है, वहीं चांदी में भी 28000 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट देखने को मिली है।
भारतीय बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के डाटा के मुताबिक, 24 कैरेट गोल्ड का रेट 17 अक्टूबर की सुबह ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम था। महज एक हफ्ते बाद यानी 24 अक्टूबर को यह घटकर ₹1,22,419 प्रति 10 ग्राम रह गया। यानी कुल मिलाकर सिर्फ आठ दिनों में सोने की कीमतों में ₹8,455 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है।
📉 चांदी ने भी खोई अपनी चमक
Gold Price: सोने की तरह चांदी के दामों में भी तेज गिरावट देखने को मिली है। 14 अक्टूबर को बुलियन मार्केट में चांदी ₹1,78,100 प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रही थी। वहीं 24 अक्टूबर को इसका रेट घटकर ₹1,47,033 प्रति किलोग्राम रह गया। यानी सिर्फ 11 दिनों में चांदी के दाम ₹28,000 प्रति किलोग्राम तक नीचे आ गए हैं। यह गिरावट उन ग्राहकों के लिए राहत लेकर आई है जो आने वाले शादी के सीजन में ज्वेलरी या सिल्वर आइटम खरीदने की योजना बना रहे हैं।
🔍 आखिर क्यों गिर रहा है सोने का भाव?
सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारण हैं।
1. अमेरिकी डॉलर में मजबूती
Gold Price: गोल्ड इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर के हिसाब से ट्रेड होता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना अन्य करेंसी में महंगा हो जाता है जिससे उसकी ग्लोबल डिमांड घट जाती है। हाल ही में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में तेजी आई है, जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ा है।
2. निवेशकों की प्रॉफिट बुकिंग
Gold Price: पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं और यह अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं। ऐसे में कई निवेशकों ने मुनाफा कमाने के लिए अपनी होल्डिंग्स बेचनी शुरू कर दी, जिससे बाजार में सप्लाई बढ़ गई और कीमतें नीचे आ गईं।
3. फिजिकल डिमांड में कमी
Gold Price: दिवाली और धनतेरस के बाद आमतौर पर सोने की फिजिकल डिमांड घट जाती है। इस साल भी यही ट्रेंड देखने को मिला है। त्योहारों के बाद खरीदारी में आई सुस्ती ने भी सोने और चांदी के भाव को नीचे धकेलने में भूमिका निभाई है।
4. ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता
Gold Price: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है। अगर ब्याज दरें ऊंची रहती हैं, तो सोने की निवेश के रूप में आकर्षण घटता है क्योंकि निवेशक बेहतर रिटर्न के लिए बॉन्ड या इक्विटी मार्केट की ओर रुख करते हैं।

📈 आगे क्या होगा सोने-चांदी का भाव?
Gold Price: मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल यह एक “करैक्शन फेज” है। सोने और चांदी दोनों ने पिछले कुछ महीनों में काफी तेजी दिखाई थी, इसलिए अब बाजार में स्वाभाविक रूप से कुछ ठंडापन आया है। हालांकि, यह गिरावट लंबे समय तक बनी रहेगी या नहीं, यह कुछ वैश्विक आर्थिक संकेतों पर निर्भर करेगा।
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अगर डॉलर कमजोर होता है या ब्याज दरों में राहत मिलती है, तो सोने में दोबारा तेजी देखी जा सकती है।
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वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव (जैसे मध्यपूर्व या रूस-यूक्रेन स्थिति) अगर बढ़ते हैं, तो निवेशक एक बार फिर से सुरक्षित निवेश के तौर पर गोल्ड की ओर रुख कर सकते हैं।
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दूसरी ओर, अगर आर्थिक स्थिति स्थिर रहती है और इक्विटी मार्केट अच्छा प्रदर्शन करता है, तो सोने की कीमतों पर दबाव बना रह सकता है।
Gold Price: चांदी की बात करें तो यह केवल निवेश की वस्तु नहीं है, बल्कि उद्योगों में भी इसकी मांग रहती है — खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल सेक्टर में। इसलिए चांदी की दिशा भविष्य में औद्योगिक मांग पर भी निर्भर करेगी।
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💰 निवेशकों के लिए क्या रणनीति अपनाएं?
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लॉन्ग-टर्म निवेशक के लिए यह गिरावट एक खरीदारी का अवसर हो सकती है, क्योंकि दीर्घकाल में सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता है।
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शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए और डॉलर व ब्याज दरों से जुड़े संकेतों पर नजर रखनी चाहिए।
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स्मार्ट इन्वेस्टिंग टिप: एक साथ बड़ी मात्रा में खरीदारी करने के बजाय “सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट अप्रोच” अपनाएं, यानी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सोना या चांदी खरीदें।
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