Rapido False Ads Case Update: 5 मिनट में ऑटो या ₹50 कैशबैक’ वाला वादा निकला झूठा: रैपिडो पर ₹10 लाख का जुर्माना
सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने बुधवार को बाइक टैक्सी सर्विस देने वाली राइड-हेलिंग कंपनी रैपिडो को गलत और भ्रामक विज्ञापन चलाने के लिए 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कंपनी को ग्राहकों को पैसे रिफंड करने और भ्रामक विज्ञापन तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है।

रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में दावा किया था कि उनकी सर्विस ‘5 मिनट में ऑटो या 50 रुपए कैशबैक’ देगी। इसके अलावा कुछ और गारंटीड सर्विसेज का भी वादा किया गया था, लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ नहीं। पिछले दो साल में करीब 1800 यूजर्स ने शिकायत की कि रैपिडो ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। रैपिडो ने इस तरह के विज्ञापन 548 दिन तक देशभर में 120 शहरों में अलग-अलग भाषाओं में चलाए।
50 रुपए कैशबैक का वादा, दिए रैपिडो कॉइन्स
नियामक ने पाया कि रैपिडो ने 50 रुपए कैशबैक का वादा तो किया, लेकिन इसे कैश में देने की बजाय ‘रैपिडो कॉइन्स’ में दिया। ये कॉइन्स सिर्फ सात दिनों तक वैध थे और केवल बाइक राइड के लिए इस्तेमाल हो सकते थे। ऐसे सीमित ऑफर ने ग्राहकों को ठगा हुआ महसूस कराया और उन्हें बार-बार सर्विस इस्तेमाल करने के लिए मजबूर किया।
रैपिडो के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने अपनी जांच में पाया कि कंपनी ने अपने प्रचार में झूठे व भ्रामक दावे किए, जिससे उपभोक्ताओं को गुमराह किया गया।
जांच में सामने आया कि रैपिडो ने ‘5 मिनट में गारंटीड ऑटो’ जैसे विज्ञापन चलाए, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह सुविधा हर स्थान या हर समय उपलब्ध नहीं हो सकती। यह जानकारी छुपाकर कंपनी ने उपभोक्ताओं को बार-बार अपनी सेवा का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया, जो कि एक अनुचित व्यापारिक प्रथा (Unfair Trade Practice) के अंतर्गत आता है।
CCPA ने बताया कि अप्रैल 2023 से मई 2024 के बीच राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर रैपिडो के खिलाफ 575 उपभोक्ता शिकायतें दर्ज की गईं। वहीं, जून 2024 से जुलाई 2025 के बीच 1,224 और शिकायतें आईं। इन शिकायतों में ज्यादा पैसे वसूलना, रिफंड में देरी, ड्राइवर का दुर्व्यवहार और कंपनी की ओर से कैशबैक के वादे को पूरा न करने के मामले शामिल थे।
ग्राहकों के हित में उठाया कदम, मिलेगी राहत
ये कार्रवाई ग्राहकों के हित में बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ प्रभावित लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि ये दूसरी कंपनियों के लिए भी चेतावनी है कि झूठे वादों और गुमराह करने वाली मार्केटिंग से बचें। रैपिडो को अब अपनी नीतियों में सुधार करना होगा, ताकि ग्राहकों का भरोसा दोबारा जीता जा सके।

