गोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट, 25 मौतें; मैनेजर गिरफ्तार, जांच जारी
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गोवा के अरपोरा नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट से 25 लोगों की मौत और 6 घायल। मुख्य कारण फायर सेफ्टी नियमों का उल्लंघन। क्लब मैनेजर गिरफ्तार। CM प्रमोद सावंत और विधायक माइकल लोबो ने जांच का आदेश दिया और राज्य के सभी क्लबों में सुरक्षा ऑडिट की मांग की।
गोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट
गोवा :
गोवा के अरपोरा इलाके में शनिवार देर रात एक नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट होने से 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में 4 टूरिस्ट और 14 कर्मचारी शामिल हैं, जबकि 7 लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
गोवा पुलिस ने हादसे के बाद क्लब के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सिलेंडर ब्लास्ट करीब 12 बजे हुआ, और इसके तुरंत बाद आग पूरी क्लब में फैल गई। फायर ब्रिगेड ने काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया।
मुख्यमंत्री और विधायक मौके पर पहुंचे
हादसे की सूचना मिलते ही CM प्रमोद सावंत और स्थानीय विधायक माइकल लोबो घटनास्थल पर पहुंचे। CM ने बताया कि 3 लोगों की मौत जलने से हुई, जबकि शेष की मौत दम घुटने से हुई। उन्होंने कहा कि हादसे की पूरी जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फायर सेफ्टी नियमों का उल्लंघन
शुरुआती जांच में सामने आया है कि क्लब में फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया गया था। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, और फोरेंसिक (FSL) टीम आग लगने की वास्तविक वजह की जांच कर रही है।
किचन से शुरू हुई आग, सीढ़ियों पर मिले शव
गोवा डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि आग सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर की रसोई से फैल गई। इसी वजह से अधिकांश शव किचन एरिया में पाए गए। भागते समय दो लोग सीढ़ियों पर दम तोड़ चुके थे।
घटना से जुड़ी तस्वीरें…





चश्मदीदों का बयान
चश्मदीद फातिमा शेख ने बताया कि आग लगते ही क्लब में जोरदार भगदड़ मच गई। उस समय क्लब में लगभग 100 लोग डांस फ्लोर पर थे। धुआं और लपटें फैलते ही लोग नीचे की ओर भागे, लेकिन गलती से कई लोग ग्राउंड फ्लोर के किचन में फंस गए।
उन्होंने बताया कि बाहर निकलने का रास्ता संकरा था, और क्लब की सजावट में उपयोग की गई पाम लीव्स ने आग तेजी से फैलाने में मदद की। कई लोग सुरक्षित बाहर निकले, लेकिन कुछ अंदर ही फंस गए।
CM सावंत ने संवेदना जताई
CM प्रमोद सावंत ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह घटना गोवा के लिए बहुत दुखद है। उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। CM ने कहा कि आग कैसे लगी, फायर सेफ्टी और बिल्डिंग नियमों का पालन हुआ या नहीं, इसकी पूरी जांच की जाएगी।
उन्होंने चेताया कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
BJP विधायक ने क्लब सुरक्षा ऑडिट की मांग की
BJP विधायक माइकल लोबो ने कहा कि राज्य के सभी क्लबों का सुरक्षा ऑडिट करवाना आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि टूरिस्ट और कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
लोबो ने बताया कि ज्यादातर लोग बेसमेंट की तरफ भागते समय दम घुटने से मारे गए। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं।
घटना का सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
यह हादसा गोवा में टूरिस्ट सुरक्षा और नाइट क्लब संचालन के नियमों पर सवाल उठाता है। प्रशासन ने फोरेंसिक टीम और स्थानीय अधिकारियों को तैनात किया है। क्लब के सभी अन्य कर्मचारियों और संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, क्लबों में इमरजेंसी एग्जिट, फायर अलार्म सिस्टम और सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन न होना इस तरह की बड़ी दुर्घटना का मुख्य कारण बन सकता है।
अधिकारियों को निर्देश
गोवा प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि सभी क्लबों में सुरक्षा मानक तत्काल ऑडिट किए जाएं। दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
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