नोएडा में यमुना रिव्यू कमेटी की 9वीं बैठक, शेखावाटी अंचल में जल उपलब्ध होगा

नोएडा में यमुना रिव्यू कमेटी की 9वीं बैठक, शेखावाटी अंचल में जल उपलब्धता सुनिश्चित, राजस्थान सरकार और केन्द्र ने किया समन्वय
नोएडा में यमुना रिव्यू कमेटी की 9वीं बैठक
जयपुर : राजस्थान के लिए अतिमहत्वपूर्ण अपर यमुना रिव्यू कमेटी की 9वीं बैठक गुरुवार को नोएडा के यमुना भवन में आयोजित हुई। बैठक में राजस्थान के जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक का उद्देश्य राज्य में यमुना जल उपलब्धता सुनिश्चित करना और शेखावाटी अंचल सहित सीकर, चूरू और झुंझुनूं क्षेत्रों में जल सुरक्षा के उपायों पर चर्चा करना था।
यमुना जल परियोजना: राज्य सरकार की प्राथमिकता
जल संसाधन मंत्री श्री रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार अंतिम छोर तक जल उपलब्ध कराने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है।
यमुना जल की यह परियोजना राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 में हरियाणा और राजस्थान सरकार द्वारा गठित संयुक्त टास्क फॉर्स यमुना जल की डीपीआर को अंतिम रूप दे रही है।
केंद्र और हरियाणा सरकार को धन्यवाद :

श्री रावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल और हरियाणा मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि इनके अथक प्रयासों से यमुना जल शेखावाटी अंचल तक लाने के कार्यों को गति मिली है।
प्रगतिरत परियोजनाएँ: रेणुकाजी, लखवार और किशाऊ
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यमुना और सहायक नदियों पर तीन परियोजनाएं – रेणुकाजी, लखवार और किशाऊ का निर्माण किया जा रहा है।
राजस्थान सरकार ने इन परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी की राशि स्वीकृत कर दी है ताकि समयबद्ध कार्य पूरे किए जा सकें।
मानसून जल अपवर्तन और परिवहन तंत्र
मंत्री ने कहा कि मानसून में यमुना नदी के व्यर्थ बहकर जाने वाले जल का राजस्थान में उपयोग सुनिश्चित करने के लिए परिवहन तंत्र का निर्माण आवश्यक है।
राजस्थान सरकार ने इस तंत्र की डीपीआर तैयार करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यह डीपीआर दोनों राज्यों की संयुक्त टास्क फॉर्स के समन्वय से तैयार की जा रही है और इसे शीघ्र ही केन्द्रीय जल आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
लाभ: बाढ़ जल का सदुपयोग और जल सुरक्षा
श्री रावत ने बताया कि इस तंत्र से न केवल बाढ़ में व्यर्थ बहकर जा रहे जल का सदुपयोग संभव होगा, बल्कि भविष्य की परियोजनाओं के जल को राजस्थान में लाकर विभिन्न जिलों में जल सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
राष्ट्रीय परियोजनाओं के रूप में यमुना जल अपवर्तन
जल संसाधन मंत्री ने हथिनी कुण्ड बैराज से राजस्थान में यमुना जल अपवर्तन को राष्ट्रीय परियोजनाओं का अभिन्न अंग मानकर वित्तीय सहायता प्राप्त करने का आग्रह किया।
साथ ही, ओखला हैड से गुड़गांव नहर प्रणाली के जीर्णोद्धार की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि नहर की क्षमता बढ़ने से राजस्थान को आवंटित जल प्राप्त किया जा सकेगा।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी और राज्य प्रतिनिधि
अपर यमुना रिव्यू कमेटी की बैठक का अध्यक्षता केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने की।
बैठक में शामिल हुए—
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हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली सरकार के मंत्रीगण और उच्चाधिकारी
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राजस्थान से मुख्य अभियंता व अतिरिक्त सचिव जल संसाधन श्री भुवन भास्कर
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अन्य वरिष्ठ जल संसाधन अधिकारी
बैठक में सभी राज्यों के अधिकारी और प्रतिनिधि यमुना जल की योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की
शेखावाटी अंचल में जल उपलब्धता का मार्ग प्रशस्त
जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने बैठक के निष्कर्ष पर कहा कि शेखावाटी अंचल में यमुना जल उपलब्ध कराने का मार्ग अब स्पष्ट हो गया है।
राजस्थान सरकार ने प्रदेश में जल सुरक्षा और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। केंद्र और हरियाणा के सहयोग से यह परियोजना समयबद्ध तरीके से कार्यान्वित की जा रही है।
यह पहल राजस्थान में जल संकट कम करने और शेखावाटी अंचल के जल सुरक्षा मानकों को मजबूत करने के लिए निर्णायक साबित होगी।
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