नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लायन सफारी और व्हाइट टाइगर ने पर्यटकों को रोमांचक अनुभव दिया

जयपुर का नाहरगढ़ जैविक उद्यान लायन सफारी और व्हाइट टाइगर के साथ पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण बना। रविवार को 2,068 पर्यटकों ने वन्यजीवों का नजदीकी दर्शन किया। सुरक्षा, मार्गदर्शन और सुविधाओं में सुधार ने इसे परिवार और बच्चों के लिए परफेक्ट वीकेंड आउटिंग बनाया।
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लायन सफारी बनी पर्यटकों की पहली पसंद :
जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रोमांचक अनुभव :
जयपुर, 23 नवंबर। राजधानी जयपुर में स्थित नाहरगढ़ जैविक उद्यान इस रविवार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना। सुहावने मौसम और छुट्टी के दिन के कारण, कुल 2,068 पर्यटकों ने इस वन्यजीव उद्यान का भ्रमण किया और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ वन्यजीवों का करीब से अवलोकन किया।
सहायक वन संरक्षक देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रविवार को सबसे बड़ा आकर्षण लायन सफारी रही। 432 पर्यटकों ने इस रोमांचक सफारी में भाग लिया और एशियाटिक लायन को नज़दीक से देखने का अनुभव प्राप्त किया। शेरों की चंचल हरकतें और जंगल का प्राकृतिक वातावरण पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय साबित हुआ।
व्हाइट टाइगर ने भी खींचा पर्यटकों का ध्यान :

लायन सफारी के साथ-साथ व्हाइट टाइगर भी पर्यटकों का मुख्य आकर्षण बना। कई परिवार, स्कूल समूह और अन्य पर्यटक विशेष रूप से टाइगर देखने पहुंचे। टाइगर के स्वभाव, उसके शिकार की रणनीतियों और वन्य जीवन में उसकी गतिविधियों ने पर्यटकों में गहरी रुचि पैदा की। बच्चों और युवाओं के लिए यह अनुभव विशेष रूप से ज्ञानवर्धक रहा।
उद्यान में हरियाली, शांत वातावरण और वन्यजीवों का अनूठा संगम पर्यटकों को शहर के मध्य में प्राकृतिक आनंद का अनुभव प्रदान करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह उद्यान न केवल मनोरंजन का स्रोत है बल्कि प्रकृति और पर्यावरण शिक्षा का भी उत्कृष्ट केन्द्र बनता जा रहा है।
सुरक्षा और सुविधाओं में लगातार सुधार :
मुख्य वन संरक्षक डॉ. टी. मोहनराज के निर्देशन में उद्यान में सुरक्षा और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, लायन सफारी गेट्स और बस ड्राइवरों को वायरलेस सेट उपलब्ध कराए गए हैं। यह कदम सफारी संचालन और संचार व्यवस्था को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सहायक वन संरक्षक देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सफारी संचालन, गाइडेंस और मार्गदर्शन के लिए स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा पार्क में साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियां नियमित रूप से संचालित हो रही हैं।
प्रशासनिक निरीक्षण और टीम की भूमिका :
रविवार को डीसीएफ विजयपाल सिंह और एसीएफ देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने उद्यान का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने आवश्यक निर्देश प्रदान किए ताकि पर्यटकों की सुरक्षा, वाहन व्यवस्था और सफारी संचालन में कोई बाधा न आए।
उद्यान में कार्यरत राजाराम मीणा, सोनू मीणा, कैलाश, सहायक वनपाल हंसा देवी, सरिता चौधरी, उमेश वशिष्ठ, निर्मला देवी और भंवर सिंह ने पूरे दिन सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। इनके समर्पित प्रयासों से पर्यटकों को सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्राप्त हुआ।
पर्यटकों की संख्या में निरंतर वृद्धि :
नाहरगढ़ जैविक उद्यान इन दिनों जयपुरवासियों और बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए प्राकृतिक सौंदर्य, रोमांच और ज्ञानवर्धक अनुभव का प्रमुख केन्द्र बनता जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले पर्यटन सीजन में पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है।
उद्यान में लायन सफारी, व्हाइट टाइगर और अन्य वन्यजीवों के दर्शन के साथ-साथ परिवार और बच्चों के लिए विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों की भी योजना बनाई जा रही है। इस पहल से जैविक उद्यान न केवल मनोरंजन का स्रोत बनेगा बल्कि वन्य जीवन और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
नाहरगढ़ जैविक उद्यान की विशेषताएँ :

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लायन सफारी – एशियाटिक लायन के करीब से दर्शन का अवसर।
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व्हाइट टाइगर – पर्यटकों के लिए शिक्षा और रोमांच का मिश्रण।
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पर्यावरणीय शिक्षा – बच्चों और युवाओं के लिए वन्य जीवन का व्यावहारिक ज्ञान।
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सुरक्षा और सुविधाएं – प्रशिक्षित स्टाफ, वायरलेस सेट, गाइडेंस और साफ-सफाई।
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शैक्षिक और ज्ञानवर्धक अनुभव – वन्यजीवों और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना।
विशेषज्ञों की राय :
सहायक वन संरक्षक देवेन्द्र सिंह राठौड़ का कहना है कि उद्यान में हरियाली और वन्यजीवों का सामंजस्य पर्यटकों को शहर के मध्य प्रकृति का अनुभव कराता है। मुख्य वन संरक्षक डॉ. टी. मोहनराज ने भी कहा कि प्रशासन लगातार सुरक्षा, सुविधाओं और पर्यावरण संरक्षण के लिए उपाय कर रहा है ताकि नाहरगढ़ जैविक उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षक और सुरक्षित स्थल बने।
निष्कर्ष :
जयपुर का नाहरगढ़ जैविक उद्यान अब न केवल स्थानीय जनता बल्कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी पर्यटन और रोमांच का केंद्र बनता जा रहा है। आगामी पर्यटन सीजन में उद्यान में लायन सफारी और व्हाइट टाइगर के दर्शन के साथ-साथ पर्यावरण शिक्षा और मनोरंजन के लिए और अधिक गतिविधियों की योजना बनाई जा रही है।
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में प्रकृति और वन्यजीवों का संगम, सुरक्षा और सुविधाओं के साथ मिलकर इसे जयपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल बनाता है।
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