वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण : जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में 7 नवंबर को होगा भव्य आयोजन

वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर 7 नवंबर को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय भव्य समारोह आयोजित होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भूपेंद्र सैनी के मार्गदर्शन में 50,000 लोग सामूहिक रूप से राष्ट्रगीत गाएंगे।
वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर 7 नवंबर को एसएमएस स्टेडियम में भव्य आयोजन
जयपुर में देशभक्ति का भव्य संगम देखने को मिलेगा
जयपुर — राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 7 नवंबर 2025 को सुबह 7:30 बजे जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) स्टेडियम में एक ऐतिहासिक और भव्य राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा।
इस आयोजन में लगभग 50,000 लोग सामूहिक रूप से “वंदे मातरम” का गायन करेंगे, जिससे पूरा स्टेडियम राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग जाएगा। यह कार्यक्रम राजस्थान में अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक राष्ट्रगीत गायन समारोह होने जा रहा है।
भूपेंद्र सैनी ने दी जानकारी — “वंदे मातरम” राष्ट्रभावना का प्रतीक
कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक और प्रदेश मंत्री भूपेंद्र सैनी ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में वंदे मातरम की ऐतिहासिक भूमिका को याद करते हुए यह आयोजन राष्ट्रभक्ति, स्वदेशी भावना और राष्ट्रीय एकता को सशक्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत के निर्माण की दिशा में एक प्रेरक कदम है।
राज्यभर में भाजपा संगठन और आमजन के सहयोग से कई छोटे-बड़े सामूहिक राष्ट्रगीत गायन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें पार्टी के सांसद, विधायक और हजारों कार्यकर्ता भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिला मार्गदर्शन
भूपेंद्र सैनी ने बताया कि इस अवसर की तैयारियों को लेकर प्रदेश स्तरीय टोली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से रविवार को मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को जनभागीदारी से जोड़ने और वृहद प्रचार-प्रसार करने के सुझाव दिए।
उन्होंने कहा कि वंदे मातरम भारत की अस्मिता और स्वतंत्रता संघर्ष की आत्मा है — इसे हर नागरिक के दिल तक पहुंचाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में स्थानीय स्तर पर भी जनजागरण अभियान चलाने की अपील की।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक

इस आयोजन की तैयारियों को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय, जयपुर में बुधवार को एक बड़ी बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल रहे —
जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा, जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह, विधायक बालमुकुंद आचार्य, गोपाल शर्मा, कैलाश वर्मा, हंसराज पटेल, जयपुर शहर जिला अध्यक्ष अमित गोयल, जयपुर देहात उत्तर जिला अध्यक्ष सुरेश बादलीवाल, जयपुर देहात दक्षिण जिला अध्यक्ष राजेश गुर्जर, जयपुर ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज महापौर कुसुम यादव, उप महापौर पुनीत कर्णावट, तथा कार्यक्रम सह-संयोजक प्रेम बनवासा, प्रीति शर्मा, निर्मल कुमावत, रवि नैयर, चंद्रमोहन बटवारा, चंद्रमोहन मीणा और उपेंद्र यादव शामिल रहे।
सभी ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और प्रेरक बनाने के लिए अपनी भूमिका पर चर्चा की।
वंदे मातरम प्रदर्शनी और सोशल मीडिया अभियान भी शुरू
भूपेंद्र सैनी ने आगे बताया कि कार्यक्रम के साथ-साथ एक विशेष वंदे मातरम प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जिसमें राष्ट्रगीत की उत्पत्ति, इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम में उसकी भूमिका को प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके अलावा सोशल मीडिया जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि वंदे मातरम के संदेश को देशभर के युवाओं तक पहुंचाया जा सके।
इस अभियान में डिजिटल पोस्टर, वीडियो मैसेज और देशभक्ति से जुड़ी कहानियां साझा की जाएंगी।
6 नवंबर को निकलेगा “मशाल जुलूस”
कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर 6 नवंबर 2025 को अंबेडकर सर्किल से अमर जवान ज्योति तक एक “मशाल जुलूस” निकाला जाएगा।
यह जुलूस स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा तथा आयोजन की भावनात्मक शुरुआत मानी जाएगी।
इसमें हजारों नागरिक, युवा, महिला संगठन और स्वयंसेवी संस्थाएं भाग लेंगी।
यह जुलूस एकता, बलिदान और देशप्रेम का प्रतीक बनेगा।
वंदे मातरम — राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक
1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम गीत ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों और आम जनता दोनों में जोश और एकता का संचार किया था।
आज जब यह गीत अपने 150 वर्ष पूरे कर रहा है, तब यह आयोजन हमें उस युग की याद दिलाएगा जब “वंदे मातरम” की गूंज से पूरा भारत स्वतंत्रता के लिए एकजुट हुआ था।
जयपुर का एसएमएस स्टेडियम 7 नवंबर को उस ऐतिहासिक ध्वनि का साक्षी बनेगा जब हजारों आवाजें एक साथ गूंजेंगी — “वंदे मातरम”!
आयोजन का उद्देश्य — “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का संदेश
यह आयोजन केवल एक गीत का उत्सव नहीं, बल्कि यह भारत की एकता, विविधता और गौरव का उत्सव होगा।
राजस्थान सरकार और भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम देशभर में राष्ट्रभक्ति, स्वदेशी चेतना और एक भारत श्रेष्ठ भारत के संदेश को नई ऊंचाई देगा।
इस अवसर पर जयपुर पूरे देश के लिए प्रेरणा बनेगा — जहां राष्ट्रगान की ध्वनि के साथ एकता और गर्व का संदेश गूंजेगा।
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