राजस्थान आवासन मंडल की बैठक में पर्यावरण अनुकूल निर्माण पर जोर : NABL लैब की होगी स्थापना

राजस्थान आवासन मंडल की 252वीं बैठक में सड़क निर्माण में रीसाइकल्ड प्लास्टिक और भवन निर्माण में ग्रीन बिल्डिंग तकनीक के उपयोग पर चर्चा हुई। अध्यक्ष देबाशीष पृष्टी ने NABL प्रमाणित टेस्टिंग लैब की स्थापना और नई आवासीय योजनाओं की शुरुआत के निर्देश दिए।
रीसाइकल्ड प्लास्टिक से बनेंगी सड़कें, ग्रीन बिल्डिंग पद्धति को मिलेगा बढ़ावा
बोर्ड जल्द ही स्थापित करेगा NABL प्रमाणित टेस्टिंग लैब
जयपुर :

राजस्थान आवासन मंडल (RHB) की 252वीं बोर्ड बैठक गुरुवार को मंडल मुख्यालय में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं मंडल अध्यक्ष श्री देबाशीष पृष्टी ने की। बैठक में राज्य सरकार की नीतियों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिनका उद्देश्य आवास निर्माण, सड़क विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन स्थापित करना है।
रीसाइकल्ड प्लास्टिक से बनेंगी सड़कें :

बैठक में सबसे अहम निर्णय यह लिया गया कि अब मंडल द्वारा बनाई जाने वाली सड़कों में रीसाइकल्ड प्लास्टिक का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा। अध्यक्ष श्री पृष्टी ने कहा कि राज्य सरकार की “रीसायकल, रिड्यूस और रियूज” की नीति के अनुरूप मंडल को भी पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क निर्माण में निर्धारित मानकों के अनुसार रीसाइकल्ड प्लास्टिक का प्रयोग किया जाए ताकि प्रदूषण कम हो और प्लास्टिक कचरे का बेहतर उपयोग संभव हो सके।
भवन निर्माण में अपनाई जाएगी ग्रीन बिल्डिंग तकनीक :

बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि आवासीय और भवन निर्माण परियोजनाओं में ग्रीन बिल्डिंग पद्धति का प्रयोग किया जाएगा। इस तकनीक से ऊर्जा की बचत, जल प्रबंधन, और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।
मंडल अध्यक्ष ने कहा कि भविष्य के हर आवासीय प्रोजेक्ट को सस्टेनेबल डेवलपमेंट के दृष्टिकोण से डिज़ाइन किया जाना चाहिए ताकि शहरों का विकास पर्यावरण के साथ संतुलन बनाए रखे।
बोर्ड की अपनी NABL प्रमाणित टेस्टिंग लैब जल्द होगी स्थापित :

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और मानकों की जांच के लिए मंडल ने अपनी NABL प्रमाणित टेस्टिंग लैब स्थापित करने का निर्णय लिया। इस लैब के माध्यम से भवन सामग्री, सड़क निर्माण सामग्री और अन्य निर्माण घटकों की गुणवत्ता की निगरानी आसान हो जाएगी।
अध्यक्ष श्री पृष्टी ने कहा कि इससे न केवल निर्माण की गति तेज़ होगी बल्कि गुणवत्ता में भी पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी।
नई आवासीय योजनाओं और सिटी पार्क के विकास को मिली स्वीकृति :
बैठक में जयपुर सहित कई जिलों की नई आवासीय योजनाओं को प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही सिटी पार्क जयपुर के विस्तार और विकास कार्यों को भी मंजूरी दी गई।
अध्यक्ष ने भूमि चिन्हांकन की प्रक्रिया को मिशन मोड में पूरा करने और ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से पारदर्शी आवास योजना विकास की दिशा में कदम बढ़ाने के निर्देश दिए।
संपत्तियों की सुरक्षा और सीमांकन कार्य पर जोर :
आवासन आयुक्त डॉ. रश्मि शर्मा ने सभी लंबित कार्यों में तेजी लाने और निर्णयों की त्वरित क्रियान्विति के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंडल की संपत्तियों का सीमांकन, साइनेज, फेंसिंग और चारदीवारी करवा कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
साथ ही सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि संपत्तियों से संबंधित विवादित मामलों में प्रशासनिक स्तर पर त्वरित समाधान निकाला जाए।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति :
बैठक में सचिव श्री गोपाल सिंह, उप सचिव डॉ. अशोक, मुख्य अभियंता अमित अग्रवाल, टीएस मीणा, वित्तीय सलाहकार श्री रोहताश यादव सहित मंडल के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने अपने-अपने विभागों से संबंधित प्रस्तुतियाँ दीं और प्रस्तावों पर सुझाव साझा किए।
पर्यावरण और विकास का समन्वय — एक नया कदम :
इस बैठक के निर्णयों से यह स्पष्ट होता है कि राजस्थान आवासन मंडल अब केवल आवास निर्माण तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में भी ठोस कदम बढ़ा रहा है।
रीसाइकल्ड प्लास्टिक का उपयोग और ग्रीन बिल्डिंग पद्धति से निर्माण, राज्य में सतत विकास (Sustainable Development) का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
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