सरदार @150 यूनिटी अभियान: मदन राठौड़ ने बताया पटेल के एकता योगदान का उद्देश्य

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने जयपुर में “” की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह अभियान सरदार वल्लभभाई पटेल के राष्ट्रीय एकीकरण और अखंडता के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। 31 अक्टूबर को “रन फॉर यूनिटी” से होगा शुभारंभ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जयपुर में प्रेस वार्ता के दौरान की घोषणाएं

जयपुर : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती देश के लिए गर्व और प्रेरणा का अवसर है। इस उपलक्ष्य में भाजपा द्वारा “सरदार @150 यूनिटी अभियान” के तहत एक व्यापक जन-जागरण अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य सरदार पटेल के राष्ट्रीय एकीकरण और अखंडता के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना है।
31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ से होगा अभियान का शुभारंभ
राठौड़ ने बताया कि इस अभियान का शुभारंभ 31 अक्टूबर को जयपुर से “रन फॉर यूनिटी” कार्यक्रम के साथ किया जाएगा।
इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश के जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक बड़ी संख्या में भाग लेंगे। इसके पश्चात प्रदेश के प्रत्येक जिला एवं विधानसभा क्षेत्र में भी रन फॉर यूनिटी आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन किसी राजनीतिक दल का नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इस अभियान के अंतर्गत नशा मुक्ति का संकल्प लिया जाएगा और आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया जाएगा।
“देश के लिए कुछ कार्य ऐसे हैं, जिनमें राजनीति नहीं, राष्ट्रभक्ति होनी चाहिए। सरदार पटेल ने देश को एक किया, आधे कश्मीर को बचाया और भारत की एकता की नींव रखी। अब हमारा कर्तव्य है कि उनके आदर्शों पर चलते हुए एक सशक्त, आत्मनिर्भर और अखंड भारत का निर्माण करें।”
— मदन राठौड़, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
“एसआईआर मतदाता सूची का परीक्षण जरूरी, बाहरी नाम हटाए जाएं” — मदन राठौड़

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा एसआईआर (SIR) का समर्थन करती है, क्योंकि यह मतदाता सूची का गहन परीक्षण है। उन्होंने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आए, रहे और वोटर बन जाए।
“एसआईआर का अर्थ है — वो नागरिक जो राष्ट्र के प्रति पूर्ण निष्ठा रखता है और जो इस देश की चिंता करता है, वही मतदाता बने। बाहरी व्यक्तियों, बांग्लादेशी या रोहिंग्या जैसे लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने चाहिए।”
— मदन राठौड़
राठौड़ ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। जो लोग भारत के प्रति निष्ठावान नहीं हैं, उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
“पंचायत और निकाय चुनावों में देरी कांग्रेस की अनियमितताओं का परिणाम”
निकाय और पंचायत चुनावों में देरी पर बोलते हुए मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की अज्ञानता और अव्यवस्था ही इस देरी की वजह है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा-विधानसभा की मतदाता सूचियाँ और निकाय-पंचायत की सूचियाँ अलग-अलग होती हैं, जिनकी भाग संख्या और सीमाएँ भी भिन्न होती हैं।
राठौड़ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए वार्डों का मनमाना गठन किया —
“कहीं एक विधानसभा का जिला बना दिया, तो कहीं 13 विधानसभा का एक जिला, कहीं 700 मतदाताओं का वार्ड बना दिया तो कहीं 7 हजार का। यह सब कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का परिणाम है।”
भाजपा की भजनलाल शर्मा सरकार ने इन अनियमितताओं को सुधारते हुए समान जनसंख्या के आधार पर पुनर्गठन किया है। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस को अब इसका दर्द हो रहा है क्योंकि अब उन्हें लगता है कि वे सत्ता में लौटने वाले नहीं हैं।
“कांग्रेस आज केवल मुंगेरी लाल के सपने देख रही है। निकाय वार्डों में की गई अनियमितताओं और तुष्टिकरण की राजनीति ने देरी और अव्यवस्था पैदा की, भाजपा सरकार ने उसे सुधारने का काम किया है ताकि लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत हो।”
— मदन राठौड़
“कांग्रेस विचारहीन और नेतृत्वविहीन दल बन चुकी है”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास अब न तो कोई विचारधारा बची है और न ही कोई नेतृत्व।
“भाजपा ने कांग्रेस से सबकुछ छीन लिया है। महात्मा गांधी, सरदार पटेल और डॉ. अंबेडकर जैसे महान नेताओं के विचार आज भाजपा आगे बढ़ा रही है। कांग्रेस के पास आज केवल एक नाम है — राहुल गांधी, जबकि मूल गांधी और उनके विचार भाजपा के पास हैं।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्ति की भावनाएँ किसी दल की संपत्ति नहीं होतीं, और जो लोग भारत माता की जय या राष्ट्रगान गाने वालों को भाजपा से जोड़ते हैं, वे राष्ट्र की भावना को नहीं समझते।
“कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त, नेतृत्व थोपे जा रहे हैं”

राठौड़ ने कांग्रेस के संगठनात्मक हालात पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस में अब आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो चुका है।
“डोटासरा स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि जिलाध्यक्ष ऊपर से थोपे जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेताओं का युवा नेतृत्व की बातें करना केवल दिखावा है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिहार में गठबंधन की राजनीति के नाम पर बेमेल जोड़-तोड़ कर रही है, जबकि राजस्थान में अपने ही कार्यकर्ताओं को किनारे कर चुकी है।
“भाजपा के पास संगठन, विचार और जनता का विश्वास — तीनों हैं। यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
— मदन राठौड़
निष्कर्ष :
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की प्रेस वार्ता ने एक ओर जहां सरदार पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता के संदेश को मजबूत किया, वहीं दूसरी ओर राज्य की राजनीतिक स्थिति पर भाजपा की रणनीतिक स्पष्टता को भी उजागर किया।
राठौड़ के बयानों से स्पष्ट है कि भाजपा अब जन-आंदोलन और राष्ट्रभक्ति को केंद्र में रखकर आने वाले चुनावी वर्ष की दिशा तय कर रही है।
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