एसपीजी 2025 – रॉक टू क्लाउड: जयपुर में ऊर्जा अन्वेषण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
ऊर्जा अन्वेषण पर वै्चिक मंधनः जयपुर में 26 से 28 अक्ट्बर तक “एसपीजी 2025 – रॉक ट क्लाउड” सम्मेलन
जयपुर में 26 से 28 अक्टूबर तक सोसाइटी ऑफ पेट्रोलियम बियोफिजिसिस्ट्स (SPG) द्वारा आयोजित 5वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी “एसपीजी 2025 – रॉक टू क्लाउड” आयोजित किया जाएगा। यह सम्मेलन ऊर्जा अन्वेषण और भूविज्ञान क्षेत्र में नवाचार, डिजिटल तकनीक और पारंपरिक अनुसंधान के एकीकरण पर केंद्रित है।

सम्मेलन का विषय और उद्देश्य :
इस बार सम्मेलन का विषय है, “रॉक टू क्लाउड: भूअन्वेषण से ऊर्जा विकास की दिशा में”, जो पारंपरिक भूविज्ञान से लेकर अत्याधुनिक डिजिटल तकनीक तक की यात्रा को उजागर करता है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि आधुनिक तकनीक, डेटा विश्लेषण और भूविज्ञान के एकीकृत प्रयोग से ऊर्जा अन्वेषण को तेज़, सटीक और टिकाऊ कैसे बनाया जा सकता है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि वैश्विक ऊर्जा मांग 2045 तक 25% तक बढ़ सकती है, जबकि भारत में यह मांग 2040 तक लगभग दोगुनी हो सकती है। ऐसे परिप्रेक्ष्य में अन्वेषण और उत्पादन ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
उद्घाटन सत्र और प्रमुख अतिथि :

तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव श्री पंकज जैन, ओएनजीसी के चेयरमैन एवं CEO श्री अरुण कुमार सिंह, ऑयल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डॉ. रंजीत राठ, ओएनजीसी के निदेशक (एक्सप्लोरेशन) श्री ओ.पी. सिन्हा, और एसपीजी इंडिया के अध्यक्ष श्री रणवीर सिंह द्वारा किया जाएगा।
उद्घाटन सत्र में ऊर्जा अन्वेषण में हो रहे परिवर्तनों, पारंपरिक “रॉक” विज्ञान से डिजिटल “क्लाउड” तकनीक तक के संक्रमण पर चर्चा होगी।
सम्मेलन की प्रमुख झलकियाँ :
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पूर्ण (Plenary) सत्र: ऊर्जा क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञों के व्याख्यान
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तकनीकी सत्र: 20 से अधिक तकनीकी सत्र, जिसमें तेल एवं गैस अन्वेषण के नवीनतम उपकरण और डिजिटल समाधान शामिल होंगे
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हिंदी सत्र: स्थानीय और राष्ट्रीय विशेषज्ञों के लिए विशेष हिंदी सत्र
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विशेष व्याख्यान: वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा और अन्वेषण में नई तकनीकों की भूमिका पर चर्चा
प्रदर्शनी और सहभागिता :

सम्मेलन में देश-विदेश की अग्रणी तेल और गैस कंपनियाँ, सेवा प्रदाता और तकनीकी संस्थान अपनी नवीनतम खोजों, उपकरणों और डिजिटल समाधानों का प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शनी उद्योग और अनुसंधान जगत के बीच सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान का महत्वपूर्ण मंच होगी।
ऊर्जा क्षेत्र में सम्मेलन का महत्व :

एसपीजी 2025 सम्मेलन ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। इसमें भूविज्ञान, पेट्रोलियम अन्वेषण, डेटा विश्लेषण और डिजिटल तकनीकों के एकीकृत उपयोग के माध्यम से ऊर्जा सुरक्षा और टिकाऊ विकास की दिशा में नए मार्ग सुझाए जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के सम्मेलन वैश्विक और राष्ट्रीय ऊर्जा नीति के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे और उद्योग के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलेंगे।
आयोजन स्थल और समय :
Novotel Jaipur Convention Centre और JNCY, जयपुर में यह तीन दिवसीय सम्मेलन 26 अक्टूबर से 28 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में शामिल होकर प्रतिभागी आधुनिक ऊर्जा अन्वेषण तकनीकों, डिजिटल समाधानों और वैश्विक ऊर्जा रुझानों को नजदीक से समझ सकेंगे।
निष्कर्ष:
एसपीजी 2025 – रॉक टू क्लाउड सम्मेलन पारंपरिक भूविज्ञान से डिजिटल नवाचार तक की यात्रा को उजागर करते हुए ऊर्जा अन्वेषण और सुरक्षा में भारत की भूमिका को मजबूत करेगा। यह सम्मेलन विशेषज्ञों, उद्योगपतियों और शोधकर्ताओं के लिए ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान का एक प्रभावशाली मंच साबित होगा।
विशेषज्ञं का मानना है कि वैब्विक ऊर्जा मांग 2045 तक 25 प्रतिशत तक बढने का अनुमान है, जबकि भारत में यह मांग 2040 तक लगभग दोगुनी हो सकती है। इस परिप्रकस्यमें अन्वेषण और उत्ादन ऊर्जा सुरक्षा सुनिध्चित करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
सम्मेलन की प्रमुख झलकियाँ :
जयपर मेंहोने वाले इ्स सम्मेलन मंचार उतच्व्तरीय पूर्ण (Plemary) सत्र, 20 से अधिक तकनीकी सत्र, एक हिनदीसत्र और कई विशेष व्याख्यान शामिल होंगे।
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