NCRB रिपोर्ट 2023 : Cyber Crime और बच्चों के खिलाफ अपराधों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
साल 2023 में भारत की कानून-व्यवस्था की तस्वीर बेहद चौंकाने वाली और चिंताजनक रही। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट यह दर्शाती है कि देश में अपराध के दो बड़े आयाम— Cyber Crime और बच्चों के खिलाफ अपराध—ने रिकॉर्ड स्तर छू लिया। तेजी से बढ़ती डिजिटल दुनिया और बदलते सामाजिक ढांचे के बीच अपराध की नई चुनौतियां सामने आ रही हैं, जिनसे निपटने में कानून-व्यवस्था की मशीनरी पिछड़ती नजर आ रही है।

Cyber Crime में बेतहाशा बढ़ोतरी, पांच राज्यों का दबदबा
NCRB रिपोर्ट बताती है कि 2023 में साइबर अपराध अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। लेकिन यह बढ़ोतरी पूरे देश में समान नहीं रही। केवल पांच राज्य—कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार—ने मिलकर कुल साइबर अपराधों के लगभग 75% मामलों को दर्ज किया।
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कर्नाटक : 21,889 केस दर्ज, दर 32.3 प्रति लाख
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तेलंगाना : 18,236 केस दर्ज, दर 47.8 प्रति लाख (देश में सबसे अधिक)
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केरल : 9.2 प्रति लाख
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यूपी और महाराष्ट्र : एकल अंक (single digit) दर
ये आंकड़े बताते हैं कि दक्षिण भारत के राज्य साइबर अपराधों की हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं।
धोखाधड़ी रही सबसे बड़ी चुनौती
Cyber Crime के पीछे सबसे बड़ा कारण धोखाधड़ी (Fraud) रहा।
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कुल केसों का 69% (59,526 मामले) धोखाधड़ी से जुड़े थे।
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इसके बाद यौन शोषण 5% और जबरन वसूली 4% रही।
यानी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सबसे अधिक इस्तेमाल वित्तीय धोखाधड़ी के लिए हुआ।
चार्जशीट दाखिल करने की रफ्तार बेहद धीमी
मामले दर्ज होने की रफ्तार जितनी तेज है, केस निपटाने की रफ्तार उतनी ही धीमी।
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कर्नाटक : 18% चार्जशीट रेट
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तेलंगाना : 21%
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महाराष्ट्र : 31%
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केरल : 49%
ये आंकड़े बताते हैं कि पीड़ितों की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन न्याय प्रक्रिया में तेजी नहीं आ पा रही।

बच्चों के खिलाफ अपराधों में खतरनाक बढ़ोतरी
Cyber Crime के साथ ही बच्चों के खिलाफ अपराधों ने भी नया रिकॉर्ड बना डाला।
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कुल केस : 1,77,335 (पिछले साल से 9.2% ज्यादा)
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राष्ट्रीय दर : 36.6 से बढ़कर 39.9 प्रति लाख बच्चे
यह संकेत है कि समाज में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
अपहरण और यौन शोषण के मामले सबसे ज्यादा
बच्चों से जुड़े अपराधों का बड़ा हिस्सा अपहरण और यौन शोषण से जुड़ा रहा।
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अपहरण और किडनैपिंग : 45% (79,884 केस)
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POCSO एक्ट के तहत अपराध : 38.2% (67,694 केस)
यानी हर 5 में से 4 अपराध या तो अपहरण या यौन शोषण से जुड़े रहे।
किन राज्यों में बच्चों पर अपराध सबसे ज्यादा?
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मध्य प्रदेश : 22,393 केस (सबसे आगे)
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महाराष्ट्र : 22,390
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उत्तर प्रदेश : 18,852
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राजस्थान : 10,577
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बिहार : 9,906
ये आंकड़े दिखाते हैं कि सबसे बड़े और घनी आबादी वाले राज्यों में बच्चों के खिलाफ अपराध का स्तर बेहद ऊंचा है।
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