IAS Story Monika Rani: सरकारी स्कूल से आईएएस बनीं मोनिका रानी: यूपी स्कूल शिक्षा विभाग की महानिदेशक बनीं
मोनिका रानी को यूपी सरकार ने अब स्कूल शिक्षा महानिदेशक बना दिया है। 16 आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर लिस्ट में बहराइच डीएम का भी नाम शामिल है।

लखनऊ बीते शुक्रवार को आईएएस मोनिका रानी ने उत्तर प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग की महानिदेशक के रूप में अपने पद का कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने अपने पहले दिन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात कर शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण बदलाव लाने का संकल्प जताया।
मोनिका रानी ने अपने प्राथमिक लक्ष्यों के बारे में बताया कि स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ाना, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना और सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालयों व अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों का समय पर निर्माण कराना उनकी मुख्य प्राथमिकताएं होंगी। इसके साथ ही उन्होंने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब के बेहतर उपयोग, बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और विशेष रूप से छात्राओं की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही।
शिक्षकों को प्रोत्साहन और नवाचार पर जोर
महानिदेशक ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करने और पढ़ाई को रुचिकर बनाने पर जोर दिया। उनका कहना है कि शिक्षकों को आधुनिक और नवाचारी शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि पठन-पाठन का स्तर बेहतर हो सके। उन्होंने कहा, “शिक्षक विभाग की रीढ़ हैं। हम उन्हें प्रेरित करेंगे कि वह न केवल पढ़ाएं, बल्कि बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें।
इसके अलावा मोनिका रानी ने अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिशन शक्ति, विकसित भारत जैसे महत्वपूर्ण आगामी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की और विभाग के विभिन्न यूनिट्स के कामकाज की जानकारी लेते हुए भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।
पहले टीचर, फिर आईएएस
आईएएस बनने से पहले मोनिका रानी सरकारी स्कूल में टीचर रही हैं। 2004 से 2010 तक उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षिका के रूप में कार्य किया। 2010 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी मोनिका रानी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में देश भर में 70वीं रैंक हासिल की और भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुईं।
कहां की हैं आईएएस मोनिका रानी?
मोनिका रानी मूल रूप से हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली हैं। उन्होंने बीकॉम और एमए (इकोनॉमिक्स) की डिग्री प्राप्त की है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उनकी पहली तैनाती 11 जुलाई 2012 को गाजियाबाद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई। इसके बाद फरवरी 2014 में उन्हें शाहरणपुर का सीडीओ बनाया गया। इसके अलावा उन्होंने चित्रकूट, बहराइच और फर्रुखाबाद में डीएम के रूप में भी कार्य किया। मोनिका रानी की ये यात्रा सरकारी स्कूल की टीचर से लेकर यूपी स्कूल शिक्षा विभाग की महानिदेशक तक, शिक्षा और प्रशासन में समर्पण का उदाहरण पेश करती है।

